Independence Day 2023: लाल किले पर तिरंगा फहराते समय पीएम मोदी के साथ रहेंगी दो महिला अफसर...जानिए इनके बारे में

स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार दसवें साल लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे. इस अवसर पर उनके साथ भारतीय सेना की दो महिला अधिकारी भी शामिल होंगी, जो ध्वजारोहण समारोह में उनकी सहायता करेंगी.

gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 14 अगस्त 2023,
  • अपडेटेड 1:37 PM IST

15 अगस्त को भारत देश 77वां स्वतंत्रता दिवस मनाएगा. इस खास मौके पर पीएम मोदी लाल किले की प्राचीर से पीएम नरेंद्र मोदी देश को संबोधित करेंगे जिसको लेकर सुरक्षा के भी खास इंतजाम किए गए हैं. इस साल के स्वतंत्रता दिवस पर 'आजादी के अमृत महोत्सव' समारोह का समापन होगा. इस समारोह में 25,000 लोगों के शामिल होने की उम्मीद है. इस बार दो महिला सैन्य अधिकारी, मेजर निकिता नायर और मेजर जैस्मीन कौर लाल किले पर आयोजित होने वाले 77वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को राष्ट्रीय ध्वज फहराने में मदद करेंगी.

लेफ्टिनेंट कर्नल विकास कुमार की कमान में विशिष्ट 8711 फील्ड बैटरी (सेरेमोनियल) के गनर द्वारा 21 तोपों की सलामी के साथ तिरंगे को फहराया जाएगा. सेरेमोनियल बैटरी की कमान लेफ्टिनेंट कर्नल विकास कुमार संभालेंगे. गन पोजिशन ऑफिसर नायब सूबेदार (एआईजी) अनूप सिंह होंगे. मंत्रालय ने एक बयान में कहा, प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद, भारतीय वायु सेना के दो स्वदेश निर्मित ध्रुव उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर Mark-III और विंग कमांडर अंबर अग्रवाल और स्क्वाड्रन लीडर हिमांशु शर्मा की कप्तानी में कार्यक्रम स्थल पर पंखुड़ियों की वर्षा की जाएगी. पुष्पवर्षा के तुरंत बाद पीएम राष्ट्र को संबोधित करेंगे. 

कौन है निकिता नायर
कभी ब्यूटी क्वीन और भरतनाट्यम डांसर रह चुकीं मेजर निकिता नायर प्रधानमंत्री के साथ चप्पे-चप्पे पर तैनात रहेंगी. निकिता ने अपनी ट्रेनिंग के दौरान मिस OTA का खिताब जीता था. इससे पहले उन्होंने 2013 में ‘May Queen Miss Pune’खिताब भी अपने नाम किया था. निकिता सेना में साल 2016 में लेफ्टिनेंट के पद पर नियुक्त हुई थीं और अब वह मेजर पद पर देश की सेवा कर रही हैं. निकिता की ट्रेनिंग चेन्नई स्थित Officers Training Academy से हुई है. 

कौन-कौन होंगे विशेष अतिथि
इस साल का स्वतंत्रता दिवस 12 मार्च, 2021 को अहमदाबाद, गुजरात के साबरमती आश्रम से प्रधानमंत्री की ओर से शुरू किए गए आजादी का अमृत महोत्सव समारोह का समापन होगा और एक बार फिर, देश को अमृत काल (भारत की आजादी की पूर्व संध्या) में ले जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2047 तक भारत के लिए विकसित देश बनने का लक्ष्‍य रखा है. देशभर के विभिन्न क्षेत्रों से सेंट्रल विस्टा परियोजना में शामिल श्रमिकों सहित लगभग 1,800 लोग विशेष अतिथि के रूप में समारोह में शामिल होंगे (यह पहल सरकार की जनभागीदारी या लोगों की भागीदारी के दृष्टिकोण के अनुरूप है).

विशेष अतिथियों में 660 से अधिक जीवंत गांवों के 400 से अधिक सरपंच, किसान उत्पादक संगठन योजना के 250 लोग, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना और प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के 50-50 प्रतिभागी और 50 श्रम योगी या सेंट्रल विस्टा के निर्माण श्रमिक शामिल हैं. इनमें 50-50 खादी कार्यकर्ता, सीमा सड़कों के निर्माण में शामिल लोग, अमृत सरोवर और हर घर जल योजना के साथ-साथ प्राथमिक विद्यालय के 50-50 शिक्षक, नर्स और मछुआरे भी शामिल होंगे. इनमें से कुछ विशेष अतिथियों का राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का भी दौरा करने का कार्यक्रम है.विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से 75 जोड़ों को भी अपने पारंपरिक परिधान में समारोह देखने के लिए आमंत्रित किया गया है.

 

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