Jewar International Airport : देश का पहला प्रदूषण मुक्त हवाई अड्डा, सितंबर 2024 से शुरू होंगी फ्लाइट्स

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश के जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का आज शिलान्यास क‍िया. इसे ‘जेवर एयरपोर्ट’ के नाम से भी जाना जाता है. यह देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा और साथ ही, दुनिया का चौथा सबसे बड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट. जानिए खूबियां.

Noida International Airport (Twitter)
gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 25 नवंबर 2021,
  • अपडेटेड 3:14 PM IST
  • एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट
  • दुनिया का चौथा सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा
  • सितंबर 2024 से शुरू होंगी फ्लाइट्स

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उत्तर प्रदेश के जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का शिलान्यास क‍िया. इसे आम लोगों के बीच ‘जेवर एयरपोर्ट’ के नाम से जाना जा रहा है. यह देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा और साथ ही, दुनिया का चौथा सबसे बड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट.  

नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में गुरुवार को पीएम मोदी जेवर एयरपोर्ट की नींव रखेंगे. इसके बाद, उत्तर प्रदेश पांच अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों वाला देश का एकमात्र राज्य बन जाएगा.  

गौरतलब है कि हाल ही में कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे का उद्घाटन किया गया था जबकि अयोध्या अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर काम जोरों पर चल रहा है.

एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट: 

बताया जा रहा है कि सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पूरे एशिया में यह सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा. इसे उत्तर भारत का लोजिस्टिक गेटवे कहा जा रहा है. पूरे उत्तर भारत के लोग हवाई अड्डे के माध्यम से अपने उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में निर्यात कर सकेंगे. 

इसके अलावा, यह एयरपोर्ट बनने से दिल्ली एयरपोर्ट का भार कम होगा. यह दिल्ली एनसीआर में बन रहा दूसरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट है. जेवर की दूरी दिल्ली से लगभग 70 किमी है. इस कारण लगभग 35 हजार यात्री दिल्ली से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर शिफ्ट हो जाएंगे.  

इससे दिल्ली एयरपोर्ट का एयर ट्रैफिक काफी कम हो जाएगा.

देश का पहला प्रदूषण मुक्त एयरपोर्ट: 

नोएडा इंटरनेशनल ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट की एक ख़ास बात यह है कि यह देश का पहला प्रदूषण मुक्त एयरपोर्ट होगा. यह कुल 5845 हेक्टेयर जमीन पर बन रहा है और पहले फेज में 1334 हेक्टेयर जमीन पर काम होगा. पहले चरण में दो यात्री टर्मिनल और दो रनवे बनाए जा रहे हैं. 

हालांकि, एयर ट्रैफिक बढ़ने पर रनवे की संख्या बढ़ायी जाएगी. फिलहाल इस एयरपोर्ट की क्षमता सालाना 9 करोड़ यात्रियों की है लेकिन आगे यह और बढ़ेगा.

सितंबर 2024 से शुरू होंगी फ्लाइट्स: 

जेवर एयरपोर्ट पर 2024 में सितंबर से फ्लाइट्स की आवाजाही शुरू हो जाएगी. यहां एक साथ 178 विमान खड़े हो सकते हैं. शुरुआत में यहां से 8 फ्लाइट्स और एक इंटरनेशनल फ्लाइट चलाई जाएगी. लेकिन धीरे-धीरे इसकी क्षमता बढ़ेगी और फ्लाइट की संख्या 25-26 तक जाएगी.

घरेलु उड़ाने शुरुआत में मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद व चेन्नई जैसी मेट्रो सिटी के लिए आयेंगी-जाएंगी.

एक्सप्रेस-वे और 30 जिलों से सीधी कनेक्टिविटी: 

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट यमुना एक्सप्रेस-वे, बुलंदशहर-जेवर हाईवे और पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से सीधा जुड़ेगा. साथ ही, इसकी लगभग 30 जिलों से भी सीधी कनेक्टिविटी होगी. इसके अलावा, एयरपोर्ट के विकास के साथ सरकार की जेवर एयरपोर्ट से दिल्ली एयरपोर्ट तक मेट्रो कॉरिडोर बनाने की तैयारी है. 

ग्रेटर नोएडा नॉलेज पार्क टू से जेवर एयरपोर्ट तक मेट्रो चलाई जाएगी. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से जोड़ने के लिए हरियाणा के बल्लभगढ़ से जेवर एयरपोर्ट तक 31 किलोमीटर लंबी सड़क बनाई जाएगी. वहीं, बुलेट ट्रेन दिल्ली-वाराणसी कॉरिडोर का एक स्टेशन जेवर एयरपोर्ट की टर्मिनल बिल्डिंग पर बनेगा और साथ ही, नोएडा फिल्म सिटी से जेवर एयरपोर्ट तक पॉड टैक्सी चलेगी. 

अच्छी बात यह है कि जेवर एयरपोर्ट से लगभग एक लाख लोगों को रोजगार मिलेगा. प्रधानमंत्री के शिलान्यास कार्यक्रम से पहले सीएम योगी ने जेवर एयरपोर्ट पर पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया. 

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