Most Beautiful Women Birth Anniversary : विश्व की सबसे सुंदर औरतों में से एक थीं महारानी गायत्री देवी, गुणों की खान होने के बावजूद जेल में बिताए थे 6 महीने

Birth Anniversary Of Gayatri Devi : गायत्री देवी (Gayatri Devi)तीन बार लोकसभा सांसद रहीं. उन्होंने 1962, 1967 और 1971 का लोकसभा चुनाव जीता था. उन्हें 2.46 लाख मत में से 1.93 लाख मत मिले थे.

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तनुजा जोशी
  • नई दिल्ली,
  • 23 मई 2022,
  • अपडेटेड 11:11 AM IST
  • गायत्री देवी को तिहाड़ जेल में बिताने पड़े थे 6 महीने
  • तीन बार लोकसभा सांसद रहीं थी गायत्री देवी

एक महारानी... बेहद खूबसूरत, बोल्ड, राजनीति करने वालीं, इमोशनल और अकूत दौलत की मालकिन. हम बात कर रहे हैं दुनिया की सबसे सुंदर दस महिलाओं में शुमार जयपुर की राजमाता गायत्री देवी की, जोकि बला की खूबसूरत थीं और वादे की एकदम पक्की. जयपुर के भूतपूर्व राजघराने की राजमाता गायत्री देवी का जन्म 23 मई 1919 को लंदन में हुआ था. शांतिनिकेतन, फिर लंदन और स्विट्ज़रलैंड से इन्होंने पढ़ाई की. 21 साल की उम्र में उन्होंने शादी कर ली थी. वह महाराजा सवाई मानसिंह (द्वितीय) की तीसरी पत्नी थीं.

इंदिरा गांधी ने भिजवाया था तिहाड़ जेल 

गायत्री देवी की लोकप्रियता ऐसी थी कि आप शायद कल्पना भी न कर सकें लेकिन, उन्हें इसका खामियाजा भी कम नहीं भुगतना पड़ा था. वक्त था 1975 आपातकाल का जब प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने जयपुर राजघराने की राजमाता गायत्री देवी को जेल में बंद कर दिया था. उन्हें छह महीने तिहाड़ जेल में रहना पड़ा था. आरोप था संपत्ति और अघोषित सोना छिपाने का लेकिन, आज भी इसे वर्चस्व और ईर्ष्या की लड़ाई करार दिया जाता है. हालांकि, गायत्री देवी और इंदिरा गांधी दोनों ही रबींद्रनाथ टैगोर द्वारा स्थापित शांतिनिकेतन के स्कूल पाठ भवन में साथ पढ़ चुकी थीं. 

गायत्री देवी तीन बार लोकसभा सांसद रहीं

गायत्री देवी तीन बार लोकसभा सांसद रहीं. उन्होंने 1962, 1967 और 1971 का लोकसभा चुनाव जीता था. उन्हें 2.46 लाख मत में से 1.93 लाख मत मिले थे, जिसके लिए उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ था. वह भारतीय राजनीति में काफी सक्रिय थीं लेकिन, जेल से रिहा होने के बाद उन्होंने राजनीति से संयास से लिया था. 

'जिस देश में लोकतंत्र एक तानाशाह के हाथ में है, वहां मुझे राजनीति से कोई सरोकार नहीं है'.

गायत्री देवी बालिका शिक्षा को लेकर हमेशा आवाज उठाती थीं. उनकी जिद थी कि लड़कियों को अच्छी पढ़ाई का मौका मिले. गायत्री देवी ने उस वक्त का सबसे बड़ा गर्ल्स स्कूल खुलवाया था, जब देश में पर्दा प्रथा अपने चरम पर थी. उन्होंने समाज के हित में हमेशा आवाज उठाई और लोगों की बात सुनी. 

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