मुख्तार अब्बास नकवी कौन हैं, जो बन सकते हैं देश के अगले उपराष्ट्रपति

मुख्तार अब्बास नकवी के पास अल्पसंख्यक मामलों का विभाग है. मुख्तार अब्बास नकवी केन्द्रीय मंत्रिपरिषद में एकमात्र मुस्लिम चेहरा हैं. दूसरी तरफ नकवी को त्रिपुरा से उच्च सदन में फिर से नामित किए जाने की भी चर्चा है.

minister mukhtar abbas naqvi
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 06 जुलाई 2022,
  • अपडेटेड 8:05 PM IST

Mukhtar Abbas Naqvi: बीजेपी नेता और केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने बुधवार को हुई कैबिनेट बैठक के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. ये कयास लगाए जा रहे हैं कि मुख्तार अब्बास नकवी को NDA की तरफ से उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया जा सकता है. रिपोर्टस ये भी हैं कि मुख्तार अब्बास नकवी का नाम राज्यों के गवर्नर या फिर लेफ्टिनेंट गवर्नर के लिए भी चल रहा है. मुख्तार अब्बास नकवी कई बार केंद्र में मंत्री के तौर पर बड़ी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. 

वर्मान में नकवी के पास अल्पसंख्यक मामलों का विभाग है. बता दें कि मुख्तार अब्बास नकवी केन्द्रीय मंत्रिपरिषद में एकमात्र मुस्लिम चेहरा हैं. दूसरी तरफ नकवी को त्रिपुरा से उच्च सदन में फिर से नामित किए जाने की भी चर्चा है. 

कौन हैं मुख्तार अब्बास नकवी?

मुख्तार अब्बास नकवी का जन्म 15 अक्टूबर, 1957 को प्रयागराज में हुआ था. नकवी ने 8 जून, 1983 को सीमा नकवी से शादी की.  नकवी और सीमा  का एक बेटा भी है

नकवी का राजनीतिक करियर

1975 में नकवी को इलाहाबाद के नैनी सेंट्रल जेल में उनकी राजनीतिक गतिविधियों की वजह से बंद किया गया था. तब नकवी 17 साल के थे. नकवी ने 1980 में जनता पार्टी (सेक्युलर) के उम्मीदवार के रूप में उत्तर प्रदेश की विधान सभा चुनाव में चुनाव लड़ा. इस चुनाव में नकवी को जीत नहीं मिली. फिर 1980 के लोकसभा चुनाव में अयोध्या निर्वाचन क्षेत्र से नकवी ने स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में भी चुनाव लड़ा. नकवी 1998 में लोकसभा से चुने गए, और बाद में अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में संसदीय मामलों के मंत्रालय (2001-2003) के अतिरिक्त प्रभार के साथ सूचना और प्रसारण मंत्रालय के राज्य मंत्री का पद संभाला. मुख्तार अब्बास नकवी को 2016 में राज्यसभा के लिए चुना गया था.  30 मई 2019 को नरेंद्र मोदी कैबिनेट में अल्पसंख्यक मामलों का मंत्रालय  मिला. याद दिला दें कि नकवी ने इंदिरा गांधी को चुनाव हराने के लिए समाजवादी नेता राजनारायण के साथ मिल कर काम किया था. बाद में नकवी बीजेपी में शामिल हो गए. 

1998 में रामपुर से जीत कर पहली बार पहुंचे संसद 

1998 में मुख्तार अब्बास नकवी को यूपी के रामपुर से लोकसभा सीट से जीत मिला, ये पहली बार था जब कोई मुस्लिम चेहरा बीजेपी के उम्मीदवार के तौर पर संसद पहुंचा था. बाद में नकवी को अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केंद्रीय सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री बनाया गया.  नकवी 2010 से   2016 तक यूपी से राज्यसभा के मेंबर भी रह चुके हैं. नकवी को  2016 में झारखंड से राज्यसभा भेजा गया था. 

मई, 2014 में बने मोदी कैबिनेट का हिस्सा  

26 मई, 2014 को मुख्तार अब्बास नकवी मोदी कैबिनेट में अल्पसंख्यक मामलों और संसदीय मामलों के राज्य मंत्री बने. 12 जुलाई, 2016 को नजमा हेपतुल्ला के इस्तीफे के बाद मुख्तार अब्बास नकवी को अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार दिया गया.  इसके बाद नकवी दोबारा 30 मई, 2019 को मोदी के मंत्रिमंडल में शामिल हुए और 6 जुलाई, 2022 तक अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री के तौर पर काम किया.  

  

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