Chandrayaan मिशन के वैज्ञानिकों से मिले PM Modi, बोले- चांद पर चंद्रयान-3 जहां उतरा वह कहलाएगा शिव शक्ति प्वाइंट, 23 अगस्त होगा नेशनल स्पेस डे

PM Narendra Modi Meet ISRO Scientists: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चंद्रयान-3 मिशन में शामिल इसरो प्रमुख एस. सोमनाथ और टीम के अन्य वैज्ञानिकों से शनिवार को मुलाकात की. इस दौरान वे भावुक भी हुए. वे अपनी खुशी के आंसू रोक नहीं पाए. उन्होंने इस मौके पर तीन बड़े ऐलान किए. 

इसरो के वैज्ञानिकों के साथ पीएम मोदी
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 26 अगस्त 2023,
  • अपडेटेड 10:47 AM IST
  • पीएम मोदी दो देशों की यात्रा के बाद पहुंचे बेंगलुरु 
  • जय विज्ञान-जय अनुसंधान का दिया नारा
  • चंद्रयान-2 ने जो पद चिह्न छोड़े हैं, उस जगह को 'तिरंगा' कहा जाएगा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो देशों दक्षिण अफ्रीका और ग्रीस की यात्रा के बाद शनिवार सुबह बेंगलुरु पहुंचे. हवाईअड्डे के बाहर नागरिकों ने ढोल-नगाड़ों के साथ पीएम मोदी का स्वागत किया. इस दौरान पीएम मोदी ने जनता को संबोधित किया. संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने एक नया नारा जय विज्ञान-जय अनुसंधान का दिया. 

चंद्रयान की सफल लैंडिंग के लिए दी बधाई
इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चंद्रयान-3 मिशन में शामिल इसरो प्रमुख एस. सोमनाथ और टीम के अन्य वैज्ञानिकों से मुलाकात की. पीएम मोदी ने 23 अगस्त 2023 को चंद्रमा पर चंद्रयान की सफल लैंडिंग के लिए पूरी टीम को बधाई दी. मुलाकात इसरो टेलीमेट्री ट्रैकिंग एंड कमांड नेटवर्क मिशन कंट्रोल कॉम्प्लेक्स में हुई. 

चंद्रयान-3 का लैंडर जहां उतरा, उस जगह का नाम शिव शक्ति 
इस मौके पर पीएम मोदी ने तीन बड़े ऐलान भी किए. उन्होंने बताया कि चंद्रमा पर जहां हमारा चंद्रयान-3 का लैंडर उतरा है, अब उस प्वाइंट को 'शिव शक्ति' के नाम से जाना जाएगा. शिव में मानवता क कल्याण का संकल्प समाहित है. शक्ति से हमें उन संकल्प को पूरा करने का बल मिलता है.

कहलाएगा तिरंगा प्वाइंट
पीएम मोदी ने बताया कि चंद्रमा पर चंद्रयान-2 ने जो पद चिह्न छोड़े हैं, उस जगह को 'तिरंगा' कहा जाएगा.  ये तिरंगा प्वाइंट भारत के हर प्रयास की प्रेरणा बनेगा, ये तिरंगा प्वाइंट हमें सीख देगा कि कोई भी विफलता आखिरी नहीं होती. अगर दृढ़ इच्छा शक्ति हो तो सफलता मिलकर ही रहती है. बता दें कि इसरो ने साल 2019 में चंद्रयान-2 मिशन लॉन्च किया था. यह मिशन असफल हो गया था और चंद्रयान-2 का लैंडर चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग नहीं कर सका था. हालांकि चंद्रयान-2 की विफलता से सीखकर ही भारतीय वैज्ञानिकों ने चंद्रयान-3 मिशन में सफलता हासिल की. यही वजह है कि पीएम मोदी ने तिरंगा प्वाइंट को भारतीयों के लिए प्रेरणा बताया.

23 अगस्त को अब पूरे देश में नेशनल स्पेस डे मनाया जाएगा
पीएम मोदी ने एक और बड़ा ऐलान करते हुए बताया कि जिस दिन हमने चांद पर तिरंगा फहराया यानी 23 अगस्त को, उसे पूरे देश में नेशनल स्पेस डे के रूप में मनाया जाएगा. प्रधानमंत्री ने इस नामकरण की वजह बताते हुए कहा कि स्पेस मिशन के टच डाउन प्वाइंट को एक नाम दिए जाने की परंपरा है.

देश की नारीशक्ति ने निभाई बड़ी भूमिका 
इसरो सेंटर में वैज्ञानिकों से पीएम मोदी ने कहा कि चंद्रयान-3 में देश ने हमारी महिला वैज्ञानिकों ने, देश की नारीशक्ति ने कितनी बड़ी भूमिका निभाई है. चंद्रमा का शिव शक्ति प्वाइंट, सदियों तक भारत के इस वैज्ञानिक और दार्शनिक चिंतन का साक्षी बनेगा. वैज्ञानिकों से पीएम मोदी ने कहा कि भारत के शास्त्रों में जो खगोलीय सूत्र हैं, उन्हें साइंटिफिकली प्रूव करने के लिए, नए सिरे से उनके अध्ययन के लिए नई पीढ़ी आगे आए. ये हमारी विरासत के लिए भी जरूरी है और विज्ञान के लिए भी जरूरी है.

पीएम मोदी हुए भावुक
पीएम मोदी ने वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए भावुक भी हुए. वे अपनी खुशी के आंसू रोक नहीं पाए. उन्होंने कहा कि यह कोई छोटी सफलता नहीं है. हम वहां पहुंचे हैं, जहां कोई देश नहीं पहुंच पाया था. हमने वो किया, जो पहले कोई नहीं कर पाया था. ये आज का भारत है, निर्भीक भारत है.

पीएम मोदी ने किया था ट्वीट
पीएम नरेंद्र मोदी ने वैज्ञानिकों से मुलाकात से पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि हमारे असाधारण इसरो वैज्ञानिकों के साथ बातचीत करने के लिए उत्सुक हूं, जिन्होंने चंद्रयान-3 की सफलता से भारत को गौरवान्वित किया है! उनका समर्पण और जुनून वास्तव में अंतरिक्ष क्षेत्र में हमारे देश की उपलब्धियों के पीछे प्रेरक शक्ति है. बेंगलुरु के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दिल्ली एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत की तैयारी है. 

लैंडिंग के दौरान वर्चुअली वैज्ञानिकों को दी थी बधाई
चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद पीएम मोदी ने वर्चुअली इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई दी थी. उन्होंने कहा था कि टीम चंद्रयान, इसरो और देश के सभी वैज्ञानिकों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, जिन्होंने इस घड़ी के वर्षों तक कड़ी मेहनत की. उत्साह-उमंग और आनंद के इस पल के लिए भारत के 140 करोड़ देशवासियों का सम्मान करता हूं. देश के वैज्ञानिकों के कारण भारत ने इतिहास रचा है. 

भारत आज चंद्रमा के उस दक्षिणी ध्रुव पर पहुंच गया, जहां दुनिया का कोई देश नहीं पहुंच सका है. पहले बच्चे कहा करते थे- चंदा मामा दूर के लेकिन अब वह दिन भी आएगा, जब बच्चे कहेंगे- चंदा मामा बस एक टूर के. अंतरिक्ष में 40 दिनों की यात्रा के बाद चंद्रयान-3 का लैंडर विक्रम 23 अगस्त 2023 की शाम को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरा है. ऐसा करने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन गया.

 

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