अखंड भारत के निर्माता सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती 31 अक्टूबर को एकतानगर स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में मनाई जाएगी. जिसमें 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' की भावना को दर्शाया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती को पूरे देश में राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है. सरदार साहब की विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर प्रधानमंत्री की प्रेरक उपस्थिति में प्रतिवर्ष राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. इस वर्ष सरदार साहब की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय एकता दिवस का भव्य और अनूठा आयोजन कई रूपों में किया गया है. 31 अक्टूबर को एकतानगर में एक मुविंग परेड आयोजित की जाएगी, जो हर साल 26 जनवरी को नई दिल्ली में आयोजित गणतंत्र दिवस परेड की तर्ज पर होगी.
निकाली जाएग एकता परेड-
गुजरात के डीजीपी विकास सहायने बताया कि राष्ट्रीय एकता दिवस पर होने वाली इस परेड में बीएसएफ, सीआईएसएफ, आईटीबीपी, सीआरपीएफ, एसएसबी, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, असम, त्रिपुरा, ओडिशा, छत्तीसगढ़, केरल, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और एनसीसी की कुल 16 टुकड़ियां भाग लेंगी. इतना ही नहीं, ऑपरेशन सिंदूर में बीएसएफ के 16 पदक विजेता और सीआरपीएफ के पांच शौर्य चक्र विजेता भी खुली जिप्सी में परेड में शामिल होंगे. परेड का नेतृत्व हेराल्डिंग टीम के लगभग 100 सदस्य करेंगे, जो रंग-बिरंगे परिधान पहनेंगे और विभिन्न संगीत वाद्ययंत्र बजाएंगे. नौ बैंड दल भी आकर्षक धुनें प्रस्तुत करते हुए एकता परेड में शामिल होंगे. इसके अलावा, गुजरात के दो स्कूल बैंड, जिन्होंने राज्य स्तर पर पुरस्कार जीते हैं, और दो स्कूल बैंड, जिन्होंने राष्ट्रीय स्तर की स्कूल बैंड प्रतियोगिता में पुरस्कार जीते हैं, के अलावा चार स्कूल बैंड भी अपनी प्रस्तुतियाँ देंगे.
राज्यों की सांस्कृति विरासत को दिखाया जाएगा-
केन्द्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय की पहल पर इस अवसर पर देश के विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जायेंगे. सरदार साहब की प्रतिमा का पूजन करने के बाद जब प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी परेड और विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए पहुंचेंगे तो उन्हें केंद्रीय सुरक्षा बलों और गुजरात पुलिस की टुकड़ियों द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा और पूरा कार्यक्रम भव्य तरीके से शुरू होगा.
प्रस्तुत की जाएंगी 10 झांकियां-
इस परेड में 'एकता' थीम पर आधारित विभिन्न झांकियाँ प्रदर्शित की जाएँगी, जिनमें विभिन्न राज्यों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों द्वारा अपनी विशेषताओं और उपलब्धियों को प्रदर्शित करते हुए 10 झांकियाँ प्रस्तुत की जाएँगी. ये झांकियाँ एनडीआरएफ, एनएसजी, जम्मू-कश्मीर, अंडमान और निकोबार, पुडुचेरी, महाराष्ट्र, गुजरात, मणिपुर, छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड द्वारा प्रस्तुत की जाएँगी. इसके अलावा ऑपरेशन सूर्यकिरण के तहत भारतीय वायुसेना द्वारा फ्लाई पास्ट और सीआरपीएफ व गुजरात पुलिस की महिला कर्मियों द्वारा संयुक्त राइफल ड्रिल, एनएसजी द्वारा हेल मार्च, असम पुलिस द्वारा मोटरसाइकिल डेयरडेविल शो और बीएसएफ द्वारा भारतीय नस्ल का डॉग शो, सीआईएसएफ और आईटीबीपी की महिला कर्मियों द्वारा पारंपरिक मार्शल आर्ट, एसएसबी और एनसीसी कैडेट्स द्वारा बैंड प्रदर्शन भी लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र होगा.
11500 लोगों के बैठने की होगी व्यवस्था-
एकता परेड को देखने के लिए अधिक लोगों को अनुमति देने के लिए इस वर्ष बैठने की व्यवस्था भी बढ़ा दी गई है तथा 11,500 से अधिक लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी ने एक राष्ट्रीय एकता दिवस पोर्टल भी लॉन्च किया है, जिसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति ऑनलाइन पंजीकरण करके इस एकता परेड के कार्यक्रमों में शामिल हो सकता है. केंद्र सरकार का कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग हर साल राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर एकतानगर में एक उद्घाटन कार्यक्रम आयोजित करता है. इस वर्ष लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (एलबीएसएनएए) के लगभग 660 प्रशिक्षु इस कार्यक्रम में भाग लेंगे.
इस अवसर पर भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के तत्वावधान में राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय द्वारा सरदार साहब की जीवन गाथा पर प्रकाश डालने वाला नाट्य प्रदर्शन 'लौहपुरुष' भी प्रस्तुत किया जाएगा. इस उद्देश्य के लिए एकतानगर स्थित फूलों की घाटी के मार्ग को 13 थीम वाले क्षेत्रों में विभाजित किया गया है और प्रत्येक क्षेत्र में छत पर रोशनी, सड़क के किनारे रोशनी के साधन और फोटो-सेल्फी प्वाइंट स्थापित किए गए हैं.
एकता नगर में भारत पर्व का आयोजन-
लौह पुरुष सरदार पटेल ने अखंड और अखंड भारत का निर्माण किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' के मंत्र से इसे और भी सशक्त बनाया है. इस वर्ष सरदार साहब की 150वीं जयंती पर, एकता नगर में 1 से 15 नवंबर तक भारत पर्व 2025 का भी भव्य आयोजन किया गया है. उन्होंने बताया कि इन 15 दिनों के दौरान 45 खाद्य स्टॉल, 55 हस्तशिल्प एवं हथकरघा स्टॉल, विभिन्न राज्यों के मंडप तथा 28 राज्यों एवं 8 केंद्र शासित प्रदेशों की सांस्कृतिक प्रदर्शनियां आयोजित की जाएंगी. भारत पर्व-2025 के तहत 1 से 15 नवंबर तक हर शाम देश के विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां पारंपरिक कला और संस्कृति को उजागर करेंगी. इस वर्ष आदिवासी देवता बिरसा मुंडाजी की 150वीं जयंती भी मनाई जा रही है और इस अवसर को चिह्नित करने के लिए बिरसा मुंडा जयंती पर एकतानगर में एक विशेष प्रस्तुति आयोजित की जाएगी. इसके साथ ही, विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पारंपरिक व्यंजन परोसने वाले 45 फूड स्टॉल और एक लाइव स्टूडियो किचन की भी योजना बनाई गई है. मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक ने बताया कि डैम व्यू पॉइंट-1 पर आयोजित 15 दिवसीय भारत पर्व समारोह के समापन पर एसओयू में साइक्लोथॉन कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. इसमें 16 नवंबर को भारत सरकार और गुजरात सरकार के विशिष्ट गणमान्य व्यक्तियों के साथ साइकलिंग फन राइड का आयोजन किया जाएगा और 17 नवंबर को गुजरात सरकार के खेल विभाग के सहयोग से साइक्लोथॉन प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा. इस प्रतियोगिता में देश भर से लगभग पांच हजार साइकिल चालक भाग लेंगे. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरक उपस्थिति में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह कार्यक्रमों को अंतिम रूप दे दिया गया है और एकता नगर में प्रकाश पर्व दीपावली त्योहारों के दौरान लाखों लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है.
(ब्रिजेश दोशी की रिपोर्ट)
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