चार लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर वाली यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है. ज्योति सहित छह अन्य को 'संवेदनशील जानकारी' पाकिस्तान के हवाले करने के लिए गिरफ्तार किया गया है. ज्योति पर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने का आरोप है. हालांकि हैरान करने वाली बात है कि करीब एक साल पहले ही ट्विटर (एक्स) पर एक शख्स को ज्योति पर शक हो गया था और उसने एनआईए से ज्योति पर नज़र रखने की मांग की थी.
क्यों गिरफ्तार हुई ज्योति
ज्योति की गिरफ्तारी पहलगाम में हुए आतंकी हमले के महज़ तीन हफ्ते बाद हुई है. जांच में खुलासा हुआ है कि ज्योति 2023 में पाकिस्तान गई थी जहां उसके और नई दिल्ली में पाकिस्तान हाई कमीशन के स्टाफ मेंबर एहसान-उर-रहमान के बीच नज़दीकियां बढ़ गईं. व्हाट्सएप, टेलीग्राम और स्नैपचैट जैसे एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्म पर ज्योति शाकिर उर्फ राणा शाहबाज सहित कई गुर्गों के संपर्क में रही. उसने शाहबाज़ का नंबर "जट रंधावा" के नाम से सेव किया था.
ज्योति ने कथित तौर पर भारतीय स्थानों से संबंधित संवेदनशील जानकारी साझा की और सोशल मीडिया पर पाकिस्तान की सकारात्मक छवि पेश करने के लिए उसका सक्रिय रूप से इस्तेमाल किया गया. जांचकर्ताओं का कहना है कि उसने एक पीआईओ के साथ अंतरंग संबंध भी बनाए. दोनों इंडोनेशिया की राजधानी बाली भी घूमने गए थे.
कपिल जैन को पहले ही हो गया था शक
कपिल जैन नाम के एक एक्स यूजर ने मई 2024 में राष्ट्रीय जांच एजेंसी को उसकी गतिविधियों पर नज़र रखने की चेतावनी दी थी. कपिल ने एक्स पर ज्योति की फोटोज़ साझा करते हुए लिखा था, “एनआईए, कृपया इस महिला पर कड़ी नज़र रखें. वह पहले पाकिस्तानी दूतावास के समारोह में गई और फिर 10 दिनों के लिए पाकिस्तान गई और अब वह कश्मीर जा रही है. हो सकता है कि इन सबके पीछे कोई लिंक हो.”
मल्होत्रा की गिरफ़्तारी के बाद से कपिल का यह ट्वीट लाखों लोग देख चुके हैं और यूजर की पारखी नज़र पर हैरान हैं. एक यूज़र ने कपिल के पोस्ट पर लिखा, “वाह! इस आदमी को गिरफ़्तारी से एक साल पहले ही उसकी हरकतें संदिग्ध लगीं!” एक अन्य यूज़र ने लिखा, “जब एक छोटा सा ट्विटर यूजर एक पाकिस्तानी जासूस के बारे में उनसे एक साल पहले ही मामला सुलझा लेता है तो आपको सुरक्षा एजेंसियों पर सवाल उठाने चाहिए.”
एक ओर जहां अधिकारियों ने कहा है कि ज्योति खास लोकेशन्स की जानकारी पाकिस्तानी जासूसों से साझा करती थी, वहीं सोशल मीडिया पर लोगों का भी मानना है कि वह पाक के लिए रैकी करती थी. एक यूज़र ने ज्योति के सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई एक फोटो साझा करते हुए दावा किया कि उसने पहलगाम में उस जगह की भी रैकी की थी, जहां हालिया आतंकी हमले में 26 भारतीय नागरिक मारे गए.
इन दावों में कितना सच है, यह तो जांच पूरी होने के बाद ही पता चलेगा. फिलहाल हरियाणा पुलिस, मिलिट्री इंटेलिजेंस और इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) की टीमें ज्योति से पूछताछ करेंगी. ज्योति के मोबाइल फोन और जब्त किए गए अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स को फोरेंसिक जांच के लिए भी भेजा जाएगा.