किसी को डेट करना कोई बात नहीं है. लेकिन इस समय डेटिंग के पैटर्न में कुछ बदलाव देखने को मिल रहे हैं. फिर चाहे वह चैट करना हो या कहीं किसी जगह मिलना. डेटिंग के पापुलर ऐप टिंडर के हालिया सर्वे का डाटा सामने आया है. और इस डाटा से कई ऐसी चीज़ों का खुलासा हुआ है, जिससे साफ हुआ है किस तरह पहले से डेटिंग पैटर्न को ऑउटडेट कर दिया गया है.
क्या है जेन जी की ख्वाहिश
जेन जी टिंडर के डाटा के अनुसार अब इमोश्नल इंटेलिजेंस पर ज्यादा जोर दे रही है. साथ ही वह अपने पार्टनर को जानने के लिए उसे वीडियो कॉल करना ज्यादा पसंद करती है. जिससे पता लग सके कि क्या उनकी वाइब मैच हो रही है या नहीं. अब खेल स्क्रीन के हटकल रीयल ज़िंदगी में आ चुका है. जहां दोनों एक दूसरे से मिलना ज्यादा पसंद करते हैं.
क्या कहना है एक्सपर्ट का
डॉ. चांदनी टुगनेट, भारत की टिंडर रिलेशनशिप एक्सपर्ट, कहती हैं कि डेटिंग अब आंख बंद कर भरोसा करने का गेम नहीं बचा. जेन जी पार्टनर में अब भरोसे को ज्यादा खोजते है. वह कंफ्यूजन से ज्यादा क्लेरिटी में विश्वास रखते हैं. साथ ही किन बातों पर उनका पार्टनर खरा उतर रहा है, इसकी जगह वह देखते हैं कि क्या केमिस्ट्री मैच हो रही है? पहले जहां फर्स्ट डेट केवल क्यूट मोमेंट की मीट होती थी. वह अब वाइब मैचिंग में बदल गई है.
क्या कहता है डाटा?
सर्वे के डाटा में सामने आया कि फर्स्ट डेट को लेकर करीब 40 फीसदी लोग डेट पर जाने से पहले सोचते हैं कि कितना अपना इंफोर्मेशन शेयर करना है. ताकि उनकी सिक्योरिटी बनी रहे. वहीं 36 फीसदी ऐसे लोग हैं जो वीडियो कॉल कर यह पता लगाते हैं कि सामने बात करने वाला शख्स ठीक तो है ना. 57 फीसदी लोग फर्स्ट डेट के दौरान बातचीत को काफी फॉर्मल रखते हैं.
क्या है फर्स्ट डेट से पहले के टिप्स
डॉ. चांदनी टुगनेट फर्स्ट डेट से पहले के टिप्स भी देती है. जिससे आपकी फर्स्ट डेट बेहतर रहें.