पिछले कुछ दिनों से सब्जियों के दाम सातवें आसमान पर है. सब्जियों का स्वाद बढ़ाने वाला टमाटर तो 20 रुपये से सीधा 100 रुपये के पार पहुंच गया है. बढ़ी कीमतों को लेकर बाजार में हाहाकार मचा हुआ है. ग्राहक परेशान हैं. ये कीमत उनके जेब पर एक्स्ट्रा बोझ डालने का काम कर रहा है. वे या तो बिना सब्जी खरीदे ही घर लौट जा रहे हैं या बहुत कम खरीद रहे हैं. पिछले साल सितंबर में भी टमाटर की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला था. आखिर क्या वजह है कि टमाटर की कीमत इतनी बढ़ गई है. आइए जानते हैं.
20 रुपए से सीधे 100 के पार
देशभर के बाजारों में टमाटर की कीमतों में जबरदस्त वृद्धि हुई है. 10 से 20 रुपये प्रति किलो तक बिकने वाला टमाटर अब 100 के पार कर गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दिल्ली और नोएडा में टमाटर 140 रुपये तो चेन्नई में 120 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार कोलकाता में टमाटर 90 से 100 के बीच बिक रहा है.वहीं मुंबई में 100 रुपये, चंडीगढ़ में 70 रुपये प्रति किलो है.
क्यों बढ़ी कीमत
टमाटर की कीमत में बढ़ोतरी के पीछे का कारण कम उत्पादन, आपूर्ति की कमी और कुछ क्षेत्रों में देरी से मानसून का आना है. टाइम्स नाउ की रिपोर्ट के अनुसार महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश समेत कई राज्यों में मौसम की परिस्थितियां टमाटर के लिए अनुकूल नहीं थी. जैसे मुरादाबाद में लगातार बारिश हुई. मुरादाबाद वो शहर है जहां बड़े स्तर पर टमाटर की खेती होती है. यहां से उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली एनसीआर और हरियाणा में टमाटर भेजे जाते हैं. लेकिन भारी बारिश की वजह से खेतों में पानी लग गया और फसलें बर्बाद हो गई. अगर हुआ भी तो कम उत्पादन हुआ और इसका असर बढ़ी कीमतों में रूप में देखने को मिल रहा है.
बारिश बन रही बाधा
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार कर्नाटक के कोलार में टमाटर की खेती बड़े स्तर पर होती है. जुलाई और अगस्त के दौरान देश के अधिकांश राज्यों में यहीं से टमाटर की आपूर्ति होती है. लेकिन इस बार बारिश की वजह से आपूर्ति सीमित हो गई है. कई खेतों में टमाटर अभी तक लगे ही हुए हैं. दक्षिण के राज्यों में भारी बारिश ने आवागमन को भी प्रभावित किया है. जिससे टमाटर बाजार तक मांग के अनुरूप नहीं पहुंच पा रहा है. टमाटर जैसी सब्जियां कर्नाटक और पहाड़ी राज्यों से आ रही हैं लेकिन वहां भारी बारिश हो रही है. और यही वजह है कि इसका असर कीमतों पर पड़ रहा है.