Uttarakhand Foundation Day: 100 साल तक संघर्ष के बाद बना उत्तराखंड, पौराणिक और ऐतिहासिक धरोहरों को समेटे हुए है ये पहाड़ी राज्य

उत्तराखंड भारत का 27वां राज्य है और 2007 तक इसे उत्तरांचल के रूप में जाना जाता था. यह राज्य न सिर्फ पहाड़ों का घर है बल्कि देश की देवभूमि भी है.

Uttarakhand Foundation Day (Photo: Pexels)
gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 09 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 1:41 PM IST
  • उत्तराखंड भारत के 27वें राज्य के रूप में स्थापित हुआ
  • उत्तराखंड स्थापना दिवस हर साल 9 नवंबर को मनाया जाता है

उत्तराखंड स्थापना दिवस हर साल 9 नवंबर को मनाया जाता है. इसे उत्तराखंड दिवस के रूप में भी जाना जाता है. उत्तराखंड भारत के 27वें राज्य के रूप में स्थापित हुआ. हालांकि, आपको बता दें कि भारत की स्वतंत्रता के साथ उत्तराखंड अस्तित्व में नहीं आया. यह उत्तर प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम, 2000 के तहत बनाए गए नए राज्यों में से एक है.

उत्तराखंड स्थापना दिवस: इतिहास
उत्तर प्रदेश से अस पहाड़ी राज्य को अलगाव इतना आसान नहीं था जितना कि आज की पीढ़ी सोचती है. उत्तराखंड के जन्म के लिए 42 लोगों ने शहादत दी, हजारों-लाखों लोगों ने आंदोलन किए और सालों की मेहनत के बाद आखिरकार इस पहाड़ी राज्य को अपनी अलग पहचान मिली. 

रिपोर्ट्स के मुताबिक, साल 1897 में पहाड़ी लोगों ने पहली बार एक अलग पहाड़ी राज्य बनाने की मांग की थी. उस समय ब्रिटिश शासन था इसलिए तत्कालीन महारानी से पहाड़ी क्षेत्र की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए एक अलग राज्य बनाने की मांग की गई. हालांकि, इस पर कोई गौर नहीं हुआ. 

1897 के बाद 1923 में भी संयुक्त प्रांत के राज्यपाल के सामने यह मांग उठी. साल 1938 में श्रीनगर गढ़वाल में आयोजित कांग्रेस अधिवेशन में नेहरू जी ने इस मांग का समर्थन भी किया. लेकिन एक अलग पहाड़ी राज्य नहीं बन सका.  

आजादी के बाद भी लंबा चला संघर्ष 
आजादी के बाद साल 1950 में, संयुक्त प्रांत का नाम बदलकर उत्तर प्रदेश कर दिया गया. हालांकि, उत्तर प्रदेश की सरकार इस हिमालयी क्षेत्र के लोगों की जरूरतों को पूरा नहीं कर सकी. इसलिए, लोगों ने उत्तराखंड क्रांति दल के गठन के बाद एक अलग राज्य की मांग शुरू कर दी. 90 के दशक में व्यापक राज्य का आंदोलन हुआ जो 1994 में हिंसक हो गया. 

इस राज्य के आंदोलन के कार्यकर्ता वर्षों तक संघर्ष करते रहे. एक अलग पहाड़ी प्रदेश के लिए 42 आंदोलनकारियों ने जान भी दी. और आखिरकार, 9 नवंबर, 2000 को, भारत के 27 वें राज्य, उत्तरांचल का गठन किया गया. साल 2007 में इसका नाम बदलकर उत्तराखंड किया गया. 

उत्तराखंड का है पौराणिक और एतिहासिक महत्व 
यह राज्य संस्कृति, धर्म और इतिहास का एक मेल है और भारत में सबसे ज्यादा घूमे जाने वाले पर्यटन स्थलों में से एक है. उत्तराखंड के सीमावर्ती राज्यों में तिब्बत, नेपाल, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और उत्तर प्रदेश शामिल हैं. उत्तराखंड राज्य में बहुत समृद्ध प्राकृतिक संसाधन हैं जिनमें ग्लेशियर, नदियां, घने जंगल और बर्फ से ढकी पर्वत चोटियां शामिल हैं. 

यह राज्य कई पौराणिक स्थलों की धरती है. इसमें चार सबसे पवित्र और श्रद्धेय हिंदू मंदिर भी हैं जिन्हें उत्तराखंड के चार धाम के रूप में भी जाना जाता है. बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री. उत्तराखंड दो यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों, फूलों की घाटी और नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान का भी घर है. 

 

Read more!

RECOMMENDED