उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली में बादल फटने से भारी तबाही हुई है. कुछ ही मिनटों में खूबसूरत धराली तहस-नहस हो गया है. उत्तरकाशी में बीते मंगलवार को भारी बारिश के बाद अचानक आई बाढ़ ने तबाही मचा दी. इस हादसे में धराली कस्बा पूरी तरह से तबाह हो गया. बाढ़ और मलबे का तेज बहाव धराली के होटल, बाजार और घरों को बहा ले गया.
उत्तरकाशी हादसे को अब तक 24 घंटे बीत चुके हैं. लोगों के बचाव के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया है. इस आपदा में अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है. 190 लोगों का रेस्क्यू किया जा रहा है. पिछले 24 घंटे में भटवाड़ी में 46 मिमी. की बारिश दर्ज की गई है. उत्तरकाशी के दूसरे क्षेत्रों में 46 से 50 मिमी. बारिश दर्ज की गई है.
उत्तरकाशी में रेस्क्यू ऑपेरशन चलाया गया है. इस बचाव और राहत के ऑपरेशन में सेना के 150 से ज्यादा जवान, ITBP, SDRF, NDRF के 150 से ज्यादा जवानों को तैनात किया गया है. इसके अलावा NDRF की 60 लोगों की अतिरिक्त टीम विशेष उपकरणों के साथ देहरादून से हेली लिफ्ट की जा रही है. SDRF की दो टीमों को सहस्त्रधारा से हर्षिल हेली से भेजा गया है.
विभिन्न एजेंसियों (एसडीआरएफ, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, पुलिस, जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग आदि) द्वारा लगभग 150 प्रभावित लोगों का रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. धराली में रेस्क्यू कार्य हेतु 01 एएलएच, 2 एमआई वायुसेना हेलीकॉप्टर उपलब्ध कराये गए हैं. इसके साथ सेना और UCADA/आयुष के हेलीकॉप्टर भी तैनात किए गए हैं.
सेना की मदद से हेलीकॉप्टर यूनिट्स देहरादून से राहत सामग्री भेज रही है जिसमें भोजन, आईवी फ्लूइड्स, जीवन रक्षक दवाइयां, सर्जिकल सामग्री, आक्सीजन सिलेंडर, जनरेटर, सैटेलाइट और फोन शामिल है. ये सामग्री हर्षिल, धराली, गंगोत्री आदि स्थानों पर भेजी जा रही है.
इस बारे में उत्तराखंड CM पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि धराली में आपदा के बाद 190 लोगों को रेस्क्यू किया गया है. सेना ने दाईं ओर से 120 और बाईं ओर से 70 लोगों को सुरक्षित निकाला. हर्षिल में हेलीपैड डूब गया, कई रास्ते और पुल बर्बाद, बिजली-संचार ठप हैं. सरकार और सेना मिलकर राहत कार्य में जुटी है, मौसम चुनौती बना हुआ है.
उत्तराखंड में आए इस संकट के समय में केन्द्र सरकार भी मदद कर रही है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री हालात का जायजा ले रहे हैं. GPR, थर्मल रेस्क्यू और स्पेशल डॉग स्क्वॉड को केन्द्र सरकार के सहयोग से भेजा जा रहा है. मौसम साफ होते ही हर्षिल पर लैंड करेंगे. स्पेशल पैरामिलिट्री सेवा की 130 की टीम आगरा से एयरलिफ्ट करके उत्तरकाशी भेजी जा रही है. मौसम साफ होने के बाद हर्षिल लैंड करेंगे.
हर्षिल/धराली राजमार्ग क्लोजर स्थल पर राहत शिविर बनाया गया और सभी गेस्ट हाउस, होटल और होमस्टे और शिविर एक्टिव किए गये हैं. धराली क्षेत्र समेत मनेरी से गंगोत्री तक विद्युत आपूर्ति बाधित है. विद्युत विभाग द्वारा वैकल्पिक माध्यम से विद्युत आपूर्ति बहाल का प्रयास किया जा रहा है. सिंचाई विभाग और सेना की टीम उचित माध्यम से ज्यादातर डिस्चार्ज सुनिश्चित कर रही है जिससे लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजा जा सके.
उत्तराखंड में लगातार भारी बारिश हो रही है. ऋषिकेश, गंगोत्री हाईवे कई जगह क्षतिग्रस्त हुआ है. उत्तरकाशी में गंगोत्री हाईवे नालूपानी, धरासू, पपद्गाड़, गंगनानी, नगुण, सोंनगाड पर बाधित हुआ है. धराली में 4 विद्युत पोल तबाह से होने से बिजली नहीं है.
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में एक बार फिर से मौसम ने कहर बरपा रखा है. भारी बारिश के चलते कई स्थानों पर भूस्खलन और जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है. नदी-नाले उफान पर हैं और जनजीवन प्रभावित हो गया है. उधर उत्तरकाशी में जीवन अस्त व्यस्त हो गया है रास्ते पूरी तरह प्रभावित है.
इसी बीच मौसम विभाग ने बड़ा अपडेट दिया है. मौसम विभाग ने मंगलवार को प्रदेश के कई जिलों के लिए अब रेड अलर्ट जारी कर दिया है. उत्तरकाशी, टिहरी, रुद्रप्रयाग, चमोली, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जैसे पर्वतीय जिलों में अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी दी गई है. इसके अलावा 10 अगस्त तक पूरे प्रदेश में येलो अलर्ट जारी रहेगा.
मौसम वैज्ञानिक रोहित थपलियाल ने बड़ी जानकारी दी उन्होंने कहा कि 5 अगस्त को उत्तरकाशी में 40 से 50 एमएम बरसात हुई ऐसे में उन्होंने कहा कि बादल फटने की संभावनाएं कम है. उधर उन्होंने कहा कि इसकी असली वजह क्या थी यह अभी साफ नहीं किया जा सकता. साथ ही स्वास्थ्य सचिव ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेशभर के रेस्क्यू लेकर स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां का ली है. जरूरत पड़ने पर हेली सेवाएं शुरू की जाएगी और घायलों को अस्पताल लाया जाएगा प्रदेशभर में 270 बेड घायलों के लिए रिजर्व्ड किए गए है.
(अंकित शर्मा की रिपोर्ट)