The Resistance Front: द रेजिस्टेंस फ्रंट क्या है? पहलगाम हमले के पीछे लश्कर का प्रॉक्सी संगठन

अमेरिका ने द रेजिस्टेंस फ्रंट को आतंकी संगठन घोषित किया है. TRF लश्कर-ए-तैयबा का मुखौटा है. इस संगठन ने पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली थी. जिसके बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया था. जिसमें कई आतंकी मारे गए थे.

Pahalgam attack (Photo/PTI File)
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 18 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 12:35 PM IST

अमेरिका ने पहलगाम आतंकवादी हमले को अंजाम देने वाले आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट को आतंकवादी संगठन घोषित किया है. अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि इस संगठन ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी. इस हमले में 26 नागरिकों की मौत हुई थी. अमेरिका ने टीआरएफ को एक विदेश आतंकवादी संगठन और विशेष तौर से नामित ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया है.

क्या TRF को आतंकी संगठन घोषित किया गया है?
अमेरिका ने द रेजिस्टेंस फ्रंट को आतंकी संगठन घोषित किया है. टीआरएफ ने पहलगाम में आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी. पहलगाम हमला साल 2008 के बाद लश्कर-ए-तैयबा के मुंबई हमले के बाद भारत में नागरिकों पर सबसे बड़ा हमला था.

लश्कर-ए-तैयबा TRF का इस्तेमाल प्रॉक्सी के रूप में क्यों करता है?
टीआरएफ लश्कर-ए-तैयबा का मुखौटा है. इस संगठन ने पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली थी. अमेरिका ने उस हमले के लिए इस संगठन को जिम्मेदार ठहराया है. टीआरएफ साल 2019 में जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद उभरा है. यह एलईटी का एक प्रॉक्सी संगठन है. भारत ने इस संगठन को साल 2023 में यूएपीए के तहत आतंकी संगठन घोषित कर रखा है. टीआरएफ ने भारत में कई हमले किए हैं.

द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) क्या है?
द रेसिस्टेंस फ्रंट एक आंतकी संगठन है, जो साल 2019 में जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद अस्तित्व में आया था. इस संगठन का सबसे बड़ा हमला पहलगाम में हुआ था. जिसके बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर किया है. जिसमें पाकिस्तान में कई आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया गया था. इस ऑपरेशन में कई आतंकी मारे गए थे.

TRF के पीछे कौन है?
टीआरएफ के पीछे पाकिस्तान स्थित आंतकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा है. पाकिस्तान लश्कर-ए-तैयबा को चलाता है. टीआरएफ लश्कर-ए-तैयबा के इशारे पर भारत में आतंकी हमलों को अंजाम देता है. टीआरएफ ने भारत में अप्रैल 2020 में भारतीय सुरक्षा बलों के तीन जवानों को मार दिया था. इसके अलावा भी इस आतंकी संगठन ने कई हमलों को अंजाम दिया है.

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