जूलिया कार्नी की एक कविता है, "पानी की बूंद बूंद से सागर बनाता है." ऐसा लगता है कि असम के एक आदमी ने इन लाइनों को सच कर दिया है. अपना खुद का दोपहिया वाहन खरीदने की चाहत में एक दुकानदार ने महीनों तक बचत की और सिक्के इकट्ठा किए. हीरक जे दास नाम के एक यूट्यूबर ने सोशल मीडिया पर शेयर कर इस शख्स की कहानी शेयर की, जिसके बाद लोग जमकर उसकी तारीफ कर रहे हैं.
तीन बोरे लेकर पहुंचा शोरूम
पूरी घटना असम के बारेपटा स्थित अल्पना सुजुकी डीलर्स की है, जहां पर एक शख्स स्कूटर खरीदने पहुंचा. स्कूटर तो हर कोई खरीदता है मगर खास बात ये थी कि शख्स स्कूटर खरीदने के लिए बोरी भर पैसे लेकर पहुंचा था. यह पैसे उसने पाई पाई करके जोड़ थे और ये हजारों के सिक्के थे. इन पैसों को गिनने में काफी देर का समय लगा, जब सारे पैसे गिने गए तो वह 22 हजार रुपये निकले. बोरी में भरे सिक्के 1 रुपये, 2 रुपये और 10 रुपयों के थे, जिनसे स्कूटी खरीदी गई. शोरूम की महिला स्टाफ ने बताया कि टोटल 22 हजार रुपये थे और पूरा स्टाफ इसे गिनने में लगा था.
स्टेशनरी की दुकान चलाता है शख्स
पैसे जमा करने वाले व्यक्ति का नाम हफीजुर अकंद है और वो एक स्टेशनरी की दुकान चलाता है. हफीजुर को इतने सारे सिक्के जमा करने में 7 से 8 महीने का समय लगा. इन 7-8 महीनों में उसने इतनी बचत की कि वो तीन बोरी भरकर पैसे लेकर स्कूटर खरीदने पहुंचा. इतने सारे सिक्कों को गिनना किसी एक के बस की बात तो नहीं इसलिए इन्हें गिनने के लिए शोरूम के सभी कर्मचारियों को लगाया गया और घंटों की मशक्कत के बाद वो सिक्कों को गिनने में कामयाब हो पाए.
सोशल मीडिया पर वायरल हुई क्लिप
क्लिप के सोशल मीडिया पर वायरल होते ही लोग उसकी जमकर तारीफ करने लगे. लोगों ने व्यक्ति की प्रतिबद्धता को सलाम किया. वहीं कई लोगों ने कहा कि सपनों को पूरा करने के लिए बहुत अधिक प्रयास और धैर्य की जरूरत होती है.