Job Satisfaction: कौन सी नौकरी देती है सबसे ज्यादा खुशी और कौन सी कम... जॉब को लेकर स्टडी में खुलासा

एस्टोनिया की टाटू यूनिवर्सिटी के एक अध्ययन में सबसे संतोषजनक और सबसे तनावपूर्ण नौकरियों का खुलासा हुआ है. अध्ययन के अनुसार, असली खुशी तब मिलती है जब काम में इंसान को कुछ हासिल करने का एहसास होता है और यह पैसे या प्रतिष्ठा से अधिक महत्वपूर्ण है.

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gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 22 मई 2025,
  • अपडेटेड 12:08 AM IST
  • एस्टोनिया की टाटू यूनिवर्सिटी ने किया अध्ययन 
  • रक्तदान करने वालों से जॉब, सैलरी और संतुष्टि के बारे में पूछा

एस्टोनिया की टाटू यूनिवर्सिटी में हुई एक स्टडी में विभिन्न नौकरियों में संतुष्टि के स्तर का पता लगाया गया. इस स्टडी में 59000 लोगों को शामिल किया गया, जो 263 तरह के कार्यक्षेत्रों से जुड़े थे. स्टडी में हेल्थकेयर मुहिम से जुड़े एस्टोनियाई बायोबैंक में शामिल लोगों से ली गई जानकारी का उपयोग किया गया.

रक्तदान करने वालों से उनके जॉब, सैलरी, व्यक्तित्व और सामान्य जीवन संतुष्टि के बारे में एक सर्वे पूरा करने के लिए कहा गया था. फिर रिसर्च टीम ने सर्वे में मिली जानकारी का विश्लेषण किया ताकि ये पता लगाया जा सके कि कौन से पेशे में लोग व्यक्तिगत तौर पर सबसे ज्यादा खुश हैं.

सबसे संतुष्ट नौकरियां
स्टडी के अनुसार, जिन लोगों की नौकरी में उन्हें उद्देश्य और दूसरों की जिंदगी में कुछ बदलाव लाने की उपलब्धि का अनुभव होता है, वे सबसे ज्यादा खुश रहते हैं. इनमें सबसे ऊपर धार्मिक सेवाओं से जुड़े लोग, मेडिकल प्रोफेशनल यानी की डॉक्टर, नर्स और लेखक जैसे रचनात्मक लोग शामिल हैं. इसके अलावा साइकोलॉजिस्ट, स्पेशल एजुकेशन टीचर्स, शिप इंजीनियर जैसे तकनीकी प्रोफेशनल वाले लोग भी अपने जॉब में सबसे ज्यादा संतुष्ट रहते हैं.

सबसे असंतुष्ट नौकरियां
जो लोग ऐसी नौकरियों में हैं, जहां पर काम की ज्यादा पाबंदियां, कम आजादी और जिम्मेदारियों का दबाव है, वे खुद को कम संतुष्ट पाते हैं. इनमें सिक्योरिटी गार्ड, वेटर्स, सेल्स वर्कर, सर्वे इंटरव्यूअर, पोस्टमैन, बढ़ई, केमिकल इंजीनियर, ट्रांसपोर्ट और मैन्युफैक्चरिंग से जुड़े काम शामिल हैं. रिसर्च में एक दिलचस्प बात सामने आई कि जॉब की प्रतिष्ठा या अधिक सैलरी का लोगों की संतुष्टि से कोई बड़ा संबंध नहीं होता. स्टडी के मुताबिक असली खुशी तब मिलती है जब काम में इंसान को कुछ हासिल करने का एहसास होता है, फिर चाहे उस जॉब की समाज में कितनी भी कम प्रतिष्ठा क्यों ना हो.

स्वतंत्र काम करने वाले लोग
रिसर्च में ये भी पता चला है कि सेल्फ एम्प्लॉयड यानी कि खुद का काम करने वाले लोग अक्सर ज्यादा संतुष्ट रहते हैं. इसकी वजह ये है कि उनके पास अपने काम और समय पर अधिक नियंत्रण रहता है. हालांकि ये रिसर्च एस्टोनिया में हुई है, लेकिन वैज्ञानिकों का मानना है कि इसके नतीजे पूरी दुनिया पर लागू हो सकते हैं.


 

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