राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले से अनोखा मामला सामने आया है. सोशल मीडिया पर इसकी खूब चर्चा हो रही है. ये मामला नोहर तहसील के 22 NTR गांव का है. गांव के एक शख्स ने पंचायत में एक अनोखा आवेदन दिया है. उसने किसी पेंशन, राशन कार्ड या सरकारी योजना के लिए नहीं, बल्कि शादी करवाने के लिए आवेदन दिया है.
शादी कराने के लिए पंचायत में आवेदन-
गांव के निवासी श्रवण ने पंचायत समिति के विकास अधिकारी को 18 सितंबर को एक पत्र सौंपा, जिसमें उसने निवेदन किया है कि उसकी शादी करवाई जाए, ताकि वह अपने वृद्ध माता-पिता की सेवा सुचारु रूप से कर सके.
माता-पिता की सेवा के लिए चाहिए पत्नी-
33 साल के श्रवण ने आवेदन में बताया कि वह एक गरीब मजदूर है और उसकी आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि वह शादी कर सके. उसके माता-पिता अब बुजुर्ग हो चुके हैं और उन्हें घर पर देखभाल की ज़रूरत है. श्रवण का कहना है कि वह खुद रोज़ मजदूरी पर जाता है, ऐसे में वह हर समय घर पर रहकर माता-पिता की सेवा नहीं कर सकता. इसलिए उसे एक ऐसी पत्नी चाहिए, जो घर पर रहकर उनके माता-पिता की देखभाल कर सके और परिवार को संभाल सके.
पंचायत ने पत्र के साथ क्या किया?
यह पत्र पहली नज़र में भले ही हास्यास्पद लगे, लेकिन इसने प्रशासन का भी ध्यान खींचा है. विकास अधिकारी ने इस आवेदन को 'मार्क' कर लिया है, जिससे यह प्रतीत होता है कि इसे गंभीरता से लिया जा रहा है. हालांकि, वर्तमान में सरकार या प्रशासन के पास ऐसा कोई स्पष्ट प्रावधान नहीं है, जिसके तहत किसी व्यक्ति की शादी करवाई जा सके. बावजूद इसके, यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है और लोगों की दिलचस्पी बढ़ रही है कि इस अनोखे आवेदन का क्या निष्कर्ष निकलता है.
अब देखने वाली बात होगी कि प्रशासन श्रवण की इस अनोखी मांग पर क्या प्रतिक्रिया देता है. क्या श्रवण को सच में "सरकारी बहू" मिलेगी या उसे और भी प्रयास करने होंगे, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा.
(गुलाम नबी की रिपोर्ट)
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