How Much Garm Masala Is Safe to Consume Daily भारतीय रसोई में बीना मसालों के कोई भी डिश अधूरी रहती है. वहीं गरम मसालों का इस्तेमाल भी खूब किया जाता है, चाहे सब्जी बनानी हो या नॉर्मल का ऑमलेट फिर चाहे सर्दी हो या गर्मी. दाल-सब्जी से लेकर चाय तक का जायका बढ़ाते हैं गरम मसाले. लेकिन सवाल अभी भी यह है कि रोजाना कितनी मात्रा में गरम मसालों का सेवन सेहत के लिए सुरक्षित और फायदेमंद होता है? विज्ञान क्या कहता है, आइए विस्तार से समझते हैं.
गरम मसाला क्या होते हैं?
गरम मसालों में आमतौर पर काली मिर्च, दालचीनी, लौंग, इलायची, सौंठ, जायफल और जीरा शामिल होते हैं. इन मसालों में प्राकृतिक रूप से ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो शरीर में गर्माहट पैदा करते हैं और मेटाबॉलिज्म को एक्टिव बनाते हैं.
वैज्ञानिक रूप से क्यों जरूरी हैं गरम मसाला?
आधुनिक न्यूट्रिशन साइंस के अनुसार, गरम मसालों में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करते हैं. यह मसाले पाचन एंजाइम्स को एक्टिव करते हैं, जिससे खाना जल्दी और सही तरीके से पचता है. साथ ही सर्दियों में गरम मसाला का सेवन करने से शरीर को अंदर से गर्माहट मिलती है.
रोजाना कितनी मात्रा सही है?
विशेषज्ञों के अनुसार, रोजाना खाने में आधे से एक चम्मच गरम मसाले का इस्तेमाल सही माना जाता है. मतलब अगर आप दिन में कुछ भी बनाएं बस एक चम्मच गरम मसाला पूरे दिन के लिए काफी है.
अगर आप अलग-अलग मसाले इस्तेमाल करते हैं, तो प्रत्येक मसाले की मात्रा एक चुटकी से एक चौथाई चम्मच से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. जरूरत से ज्यादा मसाले लेने से एसिडिटी, पेट में जलन और गैस की समस्या हो सकती है. वहीं कुछ मसाले दमा के मरीज के लिए बहुत फायदेमेंद माने जाते हैं जैसे दाल चीनी.
मौसम के हिसाब से गरम मसाले की मात्रा बदलें
सर्दियों में शरीर को अधिक गर्माहट की जरूरत होती है, इसलिए मात्रा थोड़ी बढ़ाई जा सकती है. जैसे पूरे दिन के खाने में एक से डेढ चम्मच गरम मसाला का उपयोग आप कर सकते हैं.
गर्मियों में गरम मसाला या कोई भी मसालों की मात्रा कम रखें और ठंडे मसालों का इस्तेमाल करना शुरू करें, जैसे धनिया, जीरा, सौंफ, इलायची और अमचूर. यह मसाले हल्के होते हैं साथ ही गर्मियों में शरीर और पेट को ठंडा रखने में मदद भी करते हैं.
किन लोगों को सावधानी रखनी चाहिए?
जिन लोगों को एसिडिटी, अल्सर, बवासीर, हाई ब्लड प्रेशर या गर्भावस्था की समस्या है, उन्हें गरम मसालों का सेवन सीमित मात्रा में या न के बराबर करना चाहिए. अगर आपको संदेह हो तो आपके लिए डॉक्टर की सलाह लेना ज्यादा बेहतर रहेगा.
सर्दियों में मसालों को खाने में कैसे शामिल करें?
आप गरम मसाले का इस्तेमाल सब्जी या दाल बनाते वक्त कर सकते हैं. अगर दाल और सब्जी में नहीं खाना पसंद करते ज्यादा तो आप हल्दी-दूध या मसाला वाली चाय में इसका सेवन कर सकते हैं. अगर सूप के शौकीन हैं तो सूप में हल्के मसाले मिला सकते हैं. इससे सेहत भी अच्छा रहता है और सूप का आनंद भी आ जाता है. इस तरह सेवन करने से स्वाद भी बना रहता है और सेहत को नुकसान भी नहीं होता है.
(हालांकि अगर आपको कोई गंभीर बीमारी है या किसी मसाले से दिक्कत है तो बिना डॉक्टर के सलाह के गरम मसाला का सेवन न करें)
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