घर का वॉशबेसिन सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली जगहों में से एक है. चाहे सुबह का ब्रश हो, हाथ-मुंह धोना हो या मेहमानों का आना-जाना. यह हर किसी की नजर में तुरंत आ जाता है. यही वजह है कि अगर वॉशबेसिन गंदा दिखे, उस पर दाग-धब्बे या पीलापन आ जाए, तो घर का पूरा इंप्रेशन बिगड़ जाता है. अच्छी बात ये है कि थोड़ी-सी देखरेख और कुछ घरेलू नुस्खों से इसे हमेशा चमकदार रखा जा सकता है.
रोजाना की सफाई है जरूरी
अक्सर लोग हफ्ते में एक-दो बार ही बेसिन साफ करते हैं, लेकिन गंदगी हर दिन जमती है. पानी की बूंदें सूखकर सफेद दाग छोड़ जाती हैं, टूथपेस्ट या साबुन की परत जम जाती है और नल के आसपास पीला पन आने लगता है.
सबसे आसान तरीका है कि हर इस्तेमाल के बाद एक सूखे कपड़े या टिश्यू से बेसिन पोंछ दें. इससे पानी के धब्बे नहीं बन पाएंगे.
अक्सर लोग सिर्फ बेसिन का बीच वाला हिस्सा साफ करते हैं. लेकिन नल और किनारे सबसे जल्दी गंदे दिखते हैं.
टूथब्रश का इस्तेमाल करके इन जगहों पर जमी मैल और पीलापन हटाया जा सकता है.
अगर नल पर जंग के निशान हों तो नींबू और नमक से रगड़ें.
बेकिंग सोडा और नींबू से करें सफाई
अगर वॉशबेसिन पर हल्की पीली परत, साबुन या टूथपेस्ट के निशान जम गए हैं, तो बेकिंग सोडा और नींबू का कॉम्बिनेशन सबसे असरदार नुस्खा है. सबसे पहले सूखे बेसिन पर हल्का-सा बेकिंग सोडा छिड़कें. अब एक ताजा नींबू आधा काटकर सीधे उस पर रगड़ें. जैसे ही नींबू का रस बेकिंग सोडा से मिलेगा, झाग बनने लगेगा. यह झाग जमी हुई गंदगी को ढीला कर देता है. 5-10 मिनट तक नींबू को रगड़ते हुए पूरे बेसिन पर फैला दें. आखिर में साफ पानी से धो लें और सूखे कपड़े से पोंछ दें. इस तरीके से न केवल दाग हल्के होंगे, बल्कि नींबू की खुशबू से ताजगी भी मिलेगी. यह तरीका सस्ता, सुरक्षित और केमिकल-फ्री है. हफ्ते में एक बार इस नुस्खे का इस्तेमाल करेंगे, तो बेसिन पर दाग जमने का मौका ही नहीं मिलेगा.
सिरके का स्प्रे भी है काम का
सिरका घर की सफाई में जादू की तरह काम करता है, खासकर वॉशबेसिन के लिए. इसके लिए आधा सिरका और आधा पानी मिलाकर एक स्प्रे बोतल में रख लें. हफ्ते में कम से कम एक-दो बार इस मिश्रण को वॉशबेसिन पर छिड़कें. 10 मिनट तक इसे छोड़ दें ताकि सिरका अपनी सफाई की ताकत दिखा सके. सिरके में मौजूद एसिटिक एसिड पानी के धब्बों, साबुन की परत और हल्के बैक्टीरिया को भी खत्म कर देता है. 10 मिनट बाद एक स्पॉन्ज या कपड़े से हल्का रगड़ें और फिर पानी से धो लें. इस तरीके से बेसिन न केवल साफ दिखेगा बल्कि बदबू और कीटाणु भी दूर होंगे. अगर नल पर पानी के सफेद दाग बने रहते हैं, तो उसी सिरके को टिश्यू में भिगोकर नल पर 15 मिनट लपेटकर छोड़ दें, दाग अपने आप हट जाएंगे. सिरका हर घर में आसानी से मिल जाता है और यह किसी भी महंगे क्लीनर से कम असरदार नहीं है.
पुराने ब्रश से करें सफाई
अक्सर लोग वॉशबेसिन का बीच वाला हिस्सा ही साफ कर देते हैं, लेकिन असली गंदगी नल, किनारों और कोनों में जमती है. ये जगहें इतनी तंग होती हैं कि कपड़ा या स्पॉन्ज ठीक से वहां नहीं पहुंच पाता. इसके लिए सबसे अच्छा तरीका है कि एक पुराना टूथब्रश अलग से रख लें. सफाई के समय ब्रश पर थोड़ा साबुन या बेकिंग सोडा लगाकर नल के आसपास, बेसिन के किनारों और कोनों को रगड़ें. यहां जमा काली मैल और पीला पन आसानी से निकल जाएगा. अगर नल पर जंग या हल्के लाल निशान हैं, तो ब्रश पर नींबू और नमक लगाकर रगड़ें. यह तरीका बेहद आसान है और वॉशबेसिन को प्रोफेशनल तरीके से साफ करने जैसा असर देता है. छोटे-छोटे हिस्सों की सफाई करने से बेसिन का लुक और भी अच्छा हो जाता है. इस आदत से आप महंगी क्लीनिंग सर्विस पर खर्च किए बिना ही घर पर वॉशबेसिन को हमेशा नया जैसा रख सकते हैं.
क्या न करें?
तेजाब (acid) वाले क्लीनर बार-बार इस्तेमाल न करें. इससे बेसिन की चमक कम हो सकती है.
स्टील के स्क्रबर का इस्तेमाल न करें, इससे खरोंच आ सकती है.
गीला छोड़ने की आदत भी नुकसानदायक है. हमेशा पोंछकर सुखाएं.
रोजाना की सफाई के अलावा हफ्ते में एक दिन डीप क्लीनिंग जरूरी है.
गर्म पानी में थोड़ा डिटर्जेंट डालकर बेसिन धो लें.
सिरके और बेकिंग सोडा का मिश्रण नाली में डालें. इससे जमे हुए बैक्टीरिया और बदबू दूर हो जाएगी.
बेसिन के चारों ओर अगर सिलिकॉन सीलेंट है तो उसे भी चेक करें, क्योंकि यहां फफूंदी जल्दी लगती है. इसे ब्रश और साबुन के पानी से साफ करें.