गुलाब (Rose Plant) का पौधा लगभग सभी के घर होता है लेकिन गर्मियों में गुलाब के पौधे की सही देखभाल न की जाए, तो फूल कम लगते हैं या पौधा मुरझा जाता है. वसंत और पतझड़ गुलाब लगाने के लिए सबसे अच्छा मौसम होता है. हालांकि नर्सरी से आप किसी भी मौसम में गुलाब खरीदकर लगा सकते हैं.
हालांकि गुलाब का पौधा लगाते समय सिर्फ मौसम का ही ध्यान नहीं रखना होता, बल्कि पौधे की जड़ें, मिट्टी, खाद और जगह सभी का सही इस्तेमाल भी जरूरी होता है. अगर आप चाहते हैं कि गर्मियों में भी आपके गुलाब पर लगातार फूल आते रहें, तो बस हर 15 दिन में दो चीजें डालना शुरू कर दें. आपके गुलाब में गुच्छे में फूल आने लगेंगे. इतना ही नहीं ये दो चीजें आपको अपने किचन में ही मिल जाएंगी.
गुलाब कैसे लगाएं?
सबसे पहले नर्सरी ये गुलाब का छोटा पौधा खरीद लें. आप चाहें तो देसी या हाइब्रिड गुलाब भी खरीद सकते हैं.
गुलाब के लिए अच्छी तरह से ड्रेनेज वाली भुरभुरी दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है. आप 50% गार्डन मिट्टी, 25% गोबर खाद और 25% रेत मिलाकर एक बढ़िया मिक्स बना सकते हैं.
अगर आप गुलाब को गमले में लगा रहे हैं तो कम से कम 12 इंच का गमला जरूर लें और इसमें ड्रेनेज अच्छा होना चाहिए.
अगर आप एक साथ कई गुलाब लगा रहे हैं तो कम से कम 3 फीट की दूरी रखें ताकि पौधों को फैलने और हवा आने की पूरी जगह मिल सके.
गुलाब को कम से कम 6 घंटे की सीधी धूप चाहिए, इसलिए इसे धूप वाली जगह पर लगाएं.
गर्मियों में रोज सुबह शाम पौधे को थोड़ा-थोड़ा पानी दें, लेकिन ज्यादा पानी से बचें क्योंकि ज्यादा पानी देने से जड़ें सड़ सकती हैं.
सूखी टहनियों और मुरझाए फूलों को समय-समय पर हटाते रहें. इससे नई शाखाएं निकलती हैं और फूल ज्यादा मात्रा में आते हैं.
हर 15–20 दिन में ऑर्गेनिक खाद जैसे वर्मी कम्पोस्ट या गोबर खाद दें.
मिट्टी की नमी बनाए रखने और पौधे की ग्रोथ के लिए सूखी घास या पत्तों की परत मिट्टी के ऊपर से हटाएं.
गुलाब को कौन सी खाद दें
गुलाब को भरपूर पोषण की जरूरत होती है. खासकर फूल आने के समय में. अगर आप गुलाब को हर महीने खाद नहीं देंगे तो ये फूल देना बंद कर देगा. आप गुलाब के लिए आर्गेनिक खाद भी बना सकते हैं. जैसे घर में इस्तेमाल की हुई चायपत्ती को धोकर सुखा लें. जब ये अच्छी तरह सूख जाए तो इसे गुलाब के पौधे में डालें. चायपत्ती में नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटैशियम होता है, जो गुलाब के पौधों के विकास के लिए बहुत फायदेमंद होता है. इस खाद को देने के बाद पानी जरूर दें, ताकि पोषक तत्व मिट्टी में अच्छे से मिल सके. हालांकि चायपत्नी की खाद का इस्तेमाल बहुत ज्यादा न करें. ये आपके पौधे की मिट्टी को एसिडिक कर सकता है.