सर्दियां शुरू होते ही बाजार में हरी लहसुन खूब दिखाई देने लगती है. इसकी ताजी खुशबू और तीखा स्वाद हर खाने को खास बना देता है. ज्यादातर घरों में इसका उपयोग तड़के या पराठों में होता है, लेकिन आप हरी लहसुन की चटनी भी बना सकते हैं. गर्म रोटियों, बाजरे की रोटी, दाल-चावल, पराठे या स्नैक्स...सबके साथ यह चटनी लाजवाब लगती है. खास बात यह है कि इसे बनाना बेहद आसान है और सिर्फ 10 मिनट में तैयार हो जाती है.
हरी लहसुन की चटनी सर्दियों में क्यों खाएं
हरी लहसुन में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और प्राकृतिक एंटीबायोटिक तत्व सर्दियों में शरीर को बीमारी से बचाते हैं. यह खांसी-जुकाम से राहत देता है और पाचन भी बेहतर बनाता है. गांवों में लोग ठंड के मौसम में इसे रोजाना खाने की सलाह देते हैं ताकि शरीर गर्म रहे. यही वजह है कि सर्दियां आते ही हरी लहसुन की चटनी हर रसोई में बनना शुरू हो जाती है.
चटनी बनाने के लिए आपको चाहिए ये सामग्री
हरी लहसुन-1 गुच्छा
धनिया पत्ती -1 कप
हरी मिर्च-3 से 4
नींबू का रस-1 बड़ा चम्मच
नमक-स्वादानुसार
मूंगफली या तिल-2 चम्मच
मूंगफली या तिल डालने से चटनी की बनावट स्मूद होती है और इसमें हल्का क्रीमी फ्लेवर आ जाता है.
ऐसे बनाएं झटपट हरी लहसुन की चटनी
सबसे पहले हरी लहसुन को अच्छी तरह धोकर बारीक काट लें. हरी मिर्च और धनिया को भी साफ करके अलग रखें. अब मिक्सर जार में हरी लहसुन, धनिया, हरी मिर्च और मूंगफली डालें. इसमें थोड़ा पानी डालकर पीसना शुरू करें. मिश्रण थोड़ा मोटा लगे तो थोड़ी और पानी मिलाएं, लेकिन ध्यान रखें कि चटनी ज्यादा पतली न हो जाए. अब इसमें नींबू का रस और नमक डालकर एक बार फिर पीस लें. चटनी बिल्कुल हरी-भरी और खुशबूदार तैयार हो जाएगी.
कैसे रखें इसे ज्यादा दिनों तक ताजा
हरी लहसुन की चटनी आम चटनी की तरह जल्दी खराब नहीं होती. यदि आप इसे कांच की जार में भरकर फ्रिज में रखें तो यह 5-6 दिन तक आराम से चल सकती है. कुछ लोग इसमें थोड़ा सा तेल भी डाल देते हैं जिससे इसकी शेल्फ लाइफ और बढ़ जाती है. कोशिश करें कि चटनी को साफ चम्मच से ही निकालें ताकि यह ज्यादा समय तक स्वाद बरकरार रखे.
किसके साथ खाएं?
यह चटनी ठंडी सुबह में गरम बाजरे की रोटी के साथ बेमिसाल लगती है. पराठे, पूड़ी, स्नैक्स, पकोड़े या फिर दाल-चावल के साथ भी इसका स्वाद बढ़िया रहता है. गांवों में लोग इसे दही में मिलाकर भी खाते हैं, जिससे इसका तीखापन कम हो जाता है.