आपके कई तरह के मुरब्बा के बारे में सुना होगा, लेकिन आज हम आपको सेब का मुरब्बा के बारे में बताने जा रहे हैं. सेब वैसे भी हमारी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है. इसमें कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट्स पाएं जाते हैं. साथ ही कहावत भी है कि 'एन एप्पल ए डे कीप डॉक्टर अवे', यानी रोज़ एक सेब का सेवन करने से डॉक्टर दूर रहता है. तो चलिए बिना देरी किए आपको बताते हैं कि किस प्रकार आप सेब का मुरब्बा बना सकते हैं. आइए जानते हैं इस रेसिपी की पूरी प्रक्रिया.
किस तरह के सेब लें?
मुरब्बा बनाने के लिए छोटे आकार के 800 ग्राम सेब का चयन करें. इसके बाद इन्हें अच्छे से धोकर सुखा लें और फिर छिलका उतार लें. इसके लिए पीलर या चाकू का उपयोग कर सकते हैं. छिलने के बाद सेब को पानी में डालें ताकि वे काले न पड़ें.
अब एक बर्तन में पर्याप्त पानी लें ताकि सेब उसमें डूब सकें. पानी को उबालें और फिर उसमें सेब डालें. सेब को हल्का नरम होने तक उबालें, लेकिन ध्यान रखें कि वे अधिक न उबलें. लगभग 15 मिनट तक उबालने के बाद सेब को पानी से निकाल लें.
चाशनी की तैयारी
चाशनी बनाने के लिए एक किलोग्राम चीनी और तीन कप पानी की जरूरत पड़ेगी. पानी वही लें जिसमें एप्पल उबाले गए थे. चीनी को पानी में घुलने तक पकाएं. इसके बाद उबाले हुए सेब को चाशनी में डालें और इसे तब तक पकाएं जब तक चाशनी शहद की तरह गाढ़ी न हो जाए.
चाशनी में दो नींबू का रस और आधा चम्मच इलायची पाउडर डालें. नींबू का रस चाशनी को क्रिस्टल बनने से रोकता है और स्वाद को बढ़ाता है. तो वहीं इलायची पाउडर से मुरब्बा में सुगंध और स्वाद आता है. मुरब्बा को फ्रिज में एक से दो महीने तक सुरक्षित रखा जा सकता है. यदि इसे लंबे समय तक सुरक्षित रखना है, तो प्रिजर्वेटिव जैसे एसिडिक एसिड या बेंजोयिक एसिड का उपयोग करें.
विशेष टिप
मुरब्बा बनाते समय सेब को अधिक न उबालें और चाशनी को सही गाढ़ा तैयार करें. यदि चाशनी पतली हो जाए, तो इसे दोबारा पकाकर गाढ़ा करें.