सर्दियों में बोगेनवेलिया (Bougainvillea) में फ्लावरिंग रुक जाती है. यह पौधा गर्मियों में खूब फता फूलता है, इसलिए इसे ज्यादा धूप, गर्माहट और सूखा मौसम पसंद आता है. जैसे ही तापमान 15°C से नीचे जाता है, पौधे की ग्रोथ धीमी हो जाती है और यह डॉर्मेंट मोड में चला जाता है. इसके कारण यह फूल देना लगभग बंद कर देता है.
लेकिन पौधे की सही देखभाल और थोड़ी-सी तकनीक अपनाकर आप सर्दियों में भी इससे अच्छी फ्लावरिंग ले सकते हैं.
रोजाना कम से कम 6-7 घंटे की धूप में रखें
बोगनवेलिया को सनलाइट पसंद है. कम तापमान की वजह से इसका मेटाबॉलिज़्म स्लो हो जाता है और नई कलियां बनने की प्रक्रिया रुक जाती है. इसके साथ ही सर्दियों में दिन छोटे होने की वजह से धूप कम मिलती है, जबकि Bougainvillea को रोजाना कम से कम 6-7 घंटे की तेज धूप चाहिए. सर्दियों का मौसम बोगेनवेलिया की प्रूनिंग के लिए सबसे बेस्ट होता है. प्रूनिंग की वजह से पौधा अपनी एनर्जी बचाता है.
जरूरत पड़ने पर ही पानी दें
कई लोग सर्दियों में भी गर्मियों जितना पानी देना जारी रखते हैं, जिससे जड़ें ठंडी और गीली बनी रहती हैं. इस हालत में पौधा पूरी ताकत जड़ों को बचाने में लगाता है और फूल रोक देता है. इसी के साथ यदि मिट्टी में नाइट्रोजन की मात्रा ज्यादा हो जाए तो पौधा सिर्फ पत्तियां उगाएगा, फूल नहीं देगा.
यहां हम आपको विंटर्स में भी फ्लावरिंग पाने कुछ ऐसे उपाय बताने जा रहे हैं जो माली कभी भी आपको नहीं बताएगा.
केले के छिलके से बनाई हुई खाद डालें
बोगेनवेलिया में फूल आने के लिए पोटैशियम बहुत जरूरी है और केले के छिलके में जमकर पोटैशियम होता है. आपको केले के छिलकों को सुखाकर पीसकर पाउडर बनाना है. हर 15 दिन में 2-3 चम्मच पाउडर मिट्टी में मिलाने से पौधा एक्टिव रहता है और ठंड के मौसम में भी कुछ न कुछ फ्लावरिंग जारी रखता है. केले के छिलकों की खाद सर्दियों में खासतौर पर इसलिए फायदेमंद होती है क्योंकि यह पौधा कली बनाता है.
घर में बनी बोन मील एक बेहतर फर्टिलाइजर
Bougainvillea को फॉस्फोरस बहुत पसंद है, क्योंकि इससे कली बनती है और फ्लावरिंग लगातार चलती रहती है. घर में बची चिकन या मटन की हड्डियों को सुखाकर जलाने से जो राख बनती है, वह एक तरह की बोन मील ही होती है. यह पौधों की ग्रोथ के लिए एक बेहतर फर्टिलाइजर है. इसमें काफी अधिक मात्रा में फास्फोरस, कैल्शियम और प्रोटीन होता है. सर्दियों में महीने में एक बार 1 मुट्ठी बोन ऐश मिट्टी में मिलाने से पौधा ऊर्जा सेव नहीं करता बल्कि कलियां निकालने लगता है.
गुड़ और पानी का घोल
1 लीटर पानी में 1 चम्मच गुड़ मिलाकर 24 घंटे के लिए रख दें. इस घोल को हर 15 दिन में लगभग 200-300 ml पौधे में डालने से मिट्टी नरम होती है और जड़ों को पोषक तत्व आसानी से उपलब्ध होने लगते हैं. इससे Bougainvillea ठंड के मौसम में भी सुस्त नहीं होता और नई कलियां बनाने लग सकता है.
सर्दियों की सबसे प्रभावी खाद लकड़ी की राख
अगर कोई घरेलू खाद Bougainvillea को ठंड में सबसे ज्यादा फायदा देती है, तो वह है लकड़ी की राख. इसमें पोटैशियम, कैल्शियम और माइक्रो न्यूट्रिएंट की भरपूर मात्रा होती है, जो पौधे को मजबूत बनाए रखते हैं और फूल बनने की प्रक्रिया को तेज करते हैं. सर्दियों में मिट्टी अक्सर ठंडी हो जाती है, लेकिन राख डालने से मिट्टी की गर्मी थोड़ी बढ़ती है और पौधे में नई कलियां आने लगती हैं. महीना भर में एक बार 2-3 चम्मच राख डालना काफी होता है.
प्याज के छिलकों का लिक्विड फर्टिलाइजर
प्याज के छिलकों में सल्फर और एंटी-ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो बोगेनवेलिया की कली बनाने की क्षमता को बढ़ाते हैं. जब इन्हें गुनगुने पानी में 12 घंटे भिगोकर पौधे को दिया जाता है, तो यह एक हल्का लेकिन असरदार फूल बढ़ाने वाला घोल बन जाता है. सर्दियों में हर 10–15 दिन में यह घोल डालने से पौधे की सूखी शाखाएं भी एक्टिव हो जाती हैं और बडिंग शुरू हो जाती है.