जेड काफी लोकप्रिय पौधा है, जो लगभग हर किसी के घर लगा होता है. फेंगशुई में इसे लकी प्लांट माना जाता है और माना जाता है कि यह पैसे और पॉजिटिव एनर्जी का प्रतीक है. लेकिन सर्दियां शुरू होते ही इसकी ग्रोथ धीमी पड़ जाती है और इसकी पत्तियां सूखकर गिरने लगती हैं.
अगर आपके घर में लगा जेड प्लांट का पौधा भी सूखने लगा है और उस पर ठंड का असर पड़ रहा है तो आपको इसकी केयर करने की जरूरत है. यहां हम आपको कुछ आसान टिप्स बता रहे हैं, जिन्हें फॉलो कर आप अपने पौधे को एक बार फिर हरा-भरा बना सकते हैं.
सर्दियों में जेड प्लांट की देखभाल कैसे करें?
1. कम से कम 3-4 घंटे की सीधी धूप में रखें: जेड प्लांट को धूप बहुत पसंद है. सर्दियों में सूरज की सीधी धूप न मिले तो यह पीला या पतला पड़ने लगता है. इसलिए पौधे को बालकनी में धूप वाली जगह रखें. अगर घर में धूप नहीं आती, तो ग्रो लाइट भी उपयोग कर सकते हैं. इसे ठंडी हवाओं की सीधी दिशा में न रखें, वरना पत्तियां झुलस सकती हैं.
2. हफ्ते में 1 बार ही पानी दें: सक्युलेंट होने की वजह से इसे ज्यादा पानी बिल्कुल पसंद नहीं है. सर्दियों में मिट्टी देर से सूखती है, इसलिए पानी और भी कम देना चाहिए. पौधे में तब ही पानी दें जब मिट्टी ऊपर से 2-3 इंच तक सूख जाए. पौधे में ज्यादा पानी देने से जड़ें सड़ जाती हैं और पौधा काला होकर मरने लगता है.
3. मिट्टी हल्की और ड्रेनेज वाली रखें
जेड प्लांट की मिट्टी जितनी जल्दी सूखे, उतना बेहतर है. सर्दियों के लिए बेस्ट मिट्टी मिक्स गार्डन सॉयल 40%, रेत 40% और कोकोपीट 20%. अगर मिट्टी भारी होगी तो जड़ें ठंड में सड़ने लगेंगी.
4. पौधे को हिलाएं-डुलाएं नहीं: जेड प्लांट लो टेम्परेचर सहन नहीं कर पाता. अगर रात का तापमान 10°C से नीचे जा रहा है तो गमले को कमरे में ले आएं. इसे गर्म हीटर के पास न रखें. अचानक टेम्परेचर चेंज से बचाएं. ठंड में बार-बार प्लांट को हिलाने या बदलने से जड़ें कमजोर होती हैं.
जेड प्लांट में कौन सी खाद डालें?
जेड प्लांट को ज्यादा खाद की जरूरत नहीं होती, लेकिन अगर हल्की और घर की बनी ऑर्गेनिक खाद नियमित दी जाए तो इसकी पत्तियां ज्यादा मोटी, घनी और चमकदार बनती हैं. सुक्युलेंट होने के कारण जेड प्लांट को कम नाइट्रोजन और ज्यादा पोटाश-फॉस्फोरस वाली खाद पसंद आती है. घर पर ऐसी कई खादें आसानी से तैयार की जा सकती हैं.
1. सरसों खली का पानी
सबसे असरदार घर की बनी खाद सरसों खली का पानी माना जाता है. एक चम्मच सरसोंखली पाउडर को एक लीटर पानी में डालकर 24 घंटे छोड़ दें. अगले दिन इस घोल को छानकर महीने में एक बार पौधे में डालें. ध्यान रहे, घोल पतला हो, क्योंकि ज्यादा गाढ़ा होने पर जड़ों को नुकसान पहुंच सकता है.
2. केले के छिलकों का पानी
इसके बाद केले के छिलकों का घोल भी जेड प्लांट के लिए बहुत अच्छा माना जाता है. 2-3 केले के छिलकों को दो दिन पानी में भिगोकर रखें और फिर छानकर महीने में एक बार ही दें. इससे पौधे को पोटाश मिलता है.
3. प्याज के छिलकों का पानी
प्याज के छिलकों का पानी भी जेड प्लांट में माइक्रो न्यूट्रीटंस की कमी पूरी करता है. प्याज के सूखे छिलकों को एक रात पानी में भिगोकर रखें और अगले दिन छानकर इसका हल्का घोल तैयार करें. इसे महीने में एक बार देना काफी है. इसके अलावा चावल धोने का पानी भी जेड प्लांट के लिए अच्छा और हल्का फर्टिलाइजर है. चावल धोने के बाद निकलने वाले पानी को तुरंत ही पौधे में डालें. इससे मिट्टी में माइक्रोऑर्गेनिज्म बढ़ते हैं और पौधे की जड़ें मजबूत होती हैं.
4. वर्मीकंपोस्ट
वर्मीकंपोस्ट भी जेड प्लांट के लिए बेहतरीन मानी जाती है, लेकिन इसे सामान्य वर्मीकंपोस्ट की तरह ज्यादा मात्रा में नहीं देना चाहिए. एक मुट्ठी वर्मीकंपोस्ट को एक लीटर पानी में पूरी रात भिगोकर रखें और फिर छानकर उसका पतला घोल तैयार करें. इसे महीने में एक बार ही देना चाहिए.