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Jasmine Care In Winters: ठंडी में भी फूलों से लद जाएगा आपका चमेली का पौधा, एक चम्मच गुड़ में ये चीज मिलाकर डाल दें

Jasmine Care In Winters: चमेली गर्म और नमी वाले मौसम का पौधा है, इसलिए सर्दियों में तापमान 10-12°C से नीचे जाते ही इसकी पत्तियां पीली पड़ने लगती हैं. नई कोंपलें निकलना बंद हो जाती है और जड़ें सुस्त पड़ जाती हैं.

Jasmine plant Jasmine plant
हाइलाइट्स
  • अब सर्दियों में भी खिलेंगे चमेली के फूल

  • चमेली का पौधा एक खुशबूदार फूल वाला पौधा है

दिसंबर-जनवरी की ठंड अक्सर घरों की बालकनी और गार्डन में लगे चमेली के पौधों को कमजोर कर देती है. जैसे ही तापमान गिरता है चमेली में फूल आना कम हो जाते हैं और पौधा मरने लगता है. हालांकि सच्चाई ये है कि चमेली का पौधा ठंड की वजह से नहीं मरता, बल्कि गलत देखभाल की वजह से उसकी ग्रोथ रुक जाती है. देखभाल से चमेली का पौधा दिसंबर और जनवरी में भी फूलों से भरा रह सकता है.

चमेली में फूल आने क्यों कम हो जाते हैं?
चमेली गर्म और नमी वाले मौसम का पौधा है, इसलिए सर्दियों में तापमान 10-12°C से नीचे जाते ही इसकी पत्तियां पीली पड़ने लगती हैं. नई कोंपलें निकलना बंद हो जाती है और जड़ें सुस्त पड़ जाती हैं. ठंडक पौधे की ग्रोथ को रोक देती है और कलियां गिरने लगती हैं. कई बार पौधा इतना कमजोर दिखने लगता है कि लोगों को लगता है कि वह डेड हो गया है. 

चमेली को धूप में रखें
सर्दियों में चमेली की देखभाल का सबसे अहम हिस्सा है धूप. ठंड के मौसम में पौधे तक सीधी धूप पहुंचना बेहद जरूरी है. अगर पौधा ऐसे स्थान पर रखा है जहां धूप कम आती है, तो उसकी ग्रोथ रुकना स्वाभाविक है. पौधे को ऐसी जगह रखें जहां कम से कम 5 से 6 घंटे धूप मिले. अगर बालकनी में धूप नहीं आती, तो सप्ताह में 2-3 बार पौधे को ऐसी जगह शिफ्ट करें जहां सीधी रोशनी मिले. धूप चमेली के लिए सर्दियों की ऑक्सीजन है.

पानी तभी दें जब मिट्टी सूखी दिखे
ठंड में पानी देना भी एक बड़ी गलती साबित होती है. सर्दियों में मिट्टी देर से सूखती है, इसलिए बार-बार पानी डालने से जड़ें सड़ जाती हैं और पौधा धीरे-धीरे कमजोर हो जाता है. ठंड के मौसम में पानी तभी देना चाहिए जब मिट्टी ऊपर से पूरी तरह सूख जाए. गुनगुना पानी पौधे के लिए फायदेमंद होता है. सुबह हल्का गरम पानी जड़ों में डालने से वे एक्टिव होती हैं और पौधे की ग्रोथ तेज हो जाती है.

घर की बनी ये खाद है फायदेमंद
चमेली को सर्दियों में फूल देने के लिए जो चीज सबसे ज्यादा मदद करती है, वह है घर की बनी लिक्विड खाद. केले के छिलके, गुड़ और चावल का पानी. यह खाद पोटैशियम, माइक्रोन्यूट्रिएंट्स और स्टार्च से भरपूर होती है और चमेली की जड़ों को तुरंत ऊर्जा देती है. इसे बनाना भी बेहद आसान है.

कैसे बनाएं खाद
चार–पांच केले के छिलके छोटे टुकड़ों में काटकर एक बोतल में डालें, एक चम्मच गुड़ मिलाएं और ऊपर से चावल धोने वाला पानी (स्टार्च वॉटर) भर दें. बोतल को 48 घंटे ढक्कन हल्का खोलकर रखें. हर दस दिन में इस लिक्विड खाद का एक कप पौधे की जड़ में डालें. इससे पौधा तेजी से फूलों की कलियां बनना शुरू कर देता है.

प्रूनिंग भी जरूरी है
सर्दियों में चमेली का पौधा अक्सर सूखी टहनियों और काली पत्तियों से भर जाता है. यह देखकर लोग सोचते हैं कि पौधा खत्म हो गया, जबकि यह सिर्फ आराम की स्थिति होती है. अगर सूखे और कड़े हिस्सों को प्रून कर दिया जाए, तो पौधा नई कोंपलें निकालना शुरू कर देता है. प्रूनिंग करने के बाद पौधे को धूप में रखें और हल्का पानी दें. कुछ ही दिनों में पौधा एक्टिव हो जाएगा. 7-10 दिनों में नई हरी पत्तियां दिखने लगेंगी और दो-तीन हफ्तों में कलियां भी आना शुरू हो जाएंगी.