Grow Marigold at Home: गेंदा उगाने के लिए बेस्ट है जुलाई का मौसम, जानिए मारीगोल्ड उगाने से लेकर देखभाल तक की सभी जरूरी बातें

गेंदे का फूल लगाने का मौसम आ गया है. जून-जुलाई अपने होम गार्डन में गेंदा लगाने का बिलकुल सही समय है. आइए आसान स्टेप्स में जानते हैं कैसे उगा सकते हैं अपने होम गार्डन में गेंदे का फूल.

Marigold
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 07 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 11:44 AM IST

गेंदा उर्फ मारीगोल्ड एक रंग-बिरंगा पौधा है जिसे उसकी खुशबू और खूबसूरती दोनों के लिए पसंद किया जाता है. इसके पीले, नारंगी और लाल फूल आपके बगीचे, बालकनी या घर की रौनक बढ़ा सकते हैं. पूजा से लेकर सजावट तक गेंदे के फूलों का भारत में कई तरह से इस्तेमाल होता है. इसे उगाना भी बहुत आसान है. आइए आपको बताते हैं कि गेंदे का फूल कैसे उगाएं और इसकी देखरेख कैसे करें.

क्यों उगाएं गेंदे का फूल?
गेंदे के फूल त्योहारों, पूजा-पाठ और सजावट में खूब इस्तेमाल होते हैं. यह कीटों को भगाने और मिट्टी को स्वस्थ रखने में मदद करता है. गेंदे की पत्तियां और फूल त्वचा की समस्याओं और घाव भरने में उपयोगी हैं. यह पौधा उगाना नौसिखियों के लिए भी आसान है, क्योंकि यह कम मेहनत में अच्छी तरह उगता है. 

गेंदा उगाने के लिए क्या-क्या ज़रूरी?
सबसे पहले अच्छी क्वालिटी के गेंदे के बीज ले आएं. अगर उपलब्ध हो तो मारीगोल्ड की कटिंग भी ले सकते हैं. आप अपनी पसंद के हिसाब से फ्रेंच या अफ्रीकन मैरीगोल्ड के बीज ला सकते हैं. छोटे और घने पौधों के लिए फ्रेंच मैरीगोल्ड और बड़े फूलों के लिए अफ्रीकन मैरीगोल्ड चुनें. इसके बाद कम से कम 10-12 इंच का गमला या ग्रो बैग लें. आप चाहें तो इससे बड़ा गमला भी ले सकते हैं, हालांकि इससे छोटा गमला पौधे की ग्रोथ के लिए काफी नहीं होगा.

अगर गमला प्लास्टिक का है तो सुनिश्चित कर लें कि इसमें जल निकासी के लिए छेद हों. न हों तो खुद बना लें. गमले में डालने के लिए आपके पास दोमट मिट्टी, रेत और जैविक खाद का मिश्रण (2:1:1 अनुपात में) होना चाहिए. अगर जैविक खाद न हो तो वर्मीकंपोस्ट का इस्तेमाल भी किया जा सकता है. इसके बाद पौधे को शुरुआती चरण में पानी देने के लिए एक स्प्रे बोतल का इंतज़ाम करें. और एक ऐसी जगह चुन लें जहां दिन में 5-6 घंटे धूप मिले.

ऐसे लगाएं गेंदा
सबसे पहले दोमट मिट्टी, रेत और खाद का मिश्रण गमले में भरें. मिट्टी को हल्का गीला कर लें ताकि वह नम रहे. इसके बाद बीज को मिट्टी में 1/2 इंच गहराई पर बोएं. बीजों के बीच 4-6 इंच का फासला रखें. ऊपर से हल्की मिट्टी डालकर ढक दें. ज्यादा गहराई में बोने से अंकुरण में देरी हो सकती है. बीज बोने के बाद हल्का पानी छिड़कें. मिट्टी को हमेशा नम रखें, लेकिन जलभराव से बचें. 5-10 दिनों में बीज अंकुरित हो जाएंगे. 

देखभाल में ये बातें अहम
अगर आपने ज्यादा बीज बोए हैं, तो अंकुर 3-4 इंच के होने पर कमजोर पौधों को हटाएं. बाकी को अलग-अलग गमलों में लगा दें. गेंदे को 5-6 घंटे की सीधी धूप चाहिए. इसे दक्षिण दिशा की बालकनी या बगीचे में रखें. गर्मियों में हर 2-3 दिन में पानी दें, ताकि मिट्टी नम रहे. सर्दियों में हफ्ते में एक बार पानी देना काफी है. ज्यादा पानी से जड़ें सड़ सकती हैं. इसके अलावा हर 4-6 हफ्ते में जैविक खाद या गोबर की खाद डालें. वर्मीकम्पोस्ट टी जैसी लिक्विड खाद भी डाल सकते हैं.

गेंदा स्वाभाविक रूप से कीटों को भगाता है, लेकिन एफिड्स या मकड़ी के कीट दिखें, तो नीम के तेल का छिड़काव करें. मुरझाए फूलों को हटाएं (डेडहेडिंग) ताकि नए फूल आएं. लंबे तनों को काटकर पौधे को घना रखें.

लगभग 8-10 हफ्ते बाद गेंदे के फूल कटाई के लिए तैयार हो जाते हैं. सुबह के समय ताजा फूल तोड़ें. इनका उपयोग माला बनाने में, सजावट में, पूजा में या हर्बल चाय के लिए भी कर सकते हैं. इसकी पंखुड़ियां त्वचा की समस्याओं के लिए मलहम में भी इस्तेमाल होती हैं. गेंदा बगीचे में कीटों को भगाने के लिए भी उगाया जाता है. इसके औषधीय उपयोग से पहले आयुर्वेदिक एक्सपर्ट से सलाह लें. 

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