अकसर महिलाएं जब कहीं घूमने जाने को सोचती हैं तो एक असुरक्षा की भावना पैदा होती है. ऐसा तब भी होता है जब वे केवल अकेली नहीं बल्कि परिवार के साथ जा रही हों. खासतक सोलो ट्रैवल करने वाली महिलाएं तो इस बात का खास ख्याल रखती हैं कि जहां भी वह जा रही हैं, वहां कितनी सुरक्षित होंगी. इसी कड़ी में देश के एक राज्य ने एक ऐसी योजना पर काम किया है जिससे महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस करेंगी. सोलो ट्रैवल और एक्सप्लोर करने वाली महिलाओं की भी सुरक्षा इस राज्य में काफी होगी.
... महिलाओं के बीच महिला
इस राज्य में बतौर टूरिस्ट जो महिला सोलो ट्रैवल करने का प्लान कर रही हैं, उनके लिए यहां कई चीज़ खास है. जैसे यहां टूरिस्ट गाइड भी महिला होगी, कैब ड्राइवर भी महिला होगी, आपका होटल भी महिला का होगा, अलग-अलग दुकाने महिलाओं की होंगी. यानि जब आप इस राज्य को एक्सप्लोर करने आएंगी, तो यहां आपका स्वागत महिलाएं ही करेंगी. जिससे आप सुरक्षित महसूस कर सकेंगी.
... लॉन्च हो रहा 'शी टूरिज्म प्रोजेक्ट'
इस प्रोजेक्ट के अंदर आपको ज्यादातर सेवाएं देने वाली महिलाएं ही होंगी. जिससे आप उनके बीच सहज महसूस कर सकें. इसके अलावा सेवाओं को देने के लिए महिलाओं का चयन करना होगा. जिसके चलते महिलाओं को रोजगार भी मिलेगा. यानि यहां आने वाली और यहां रहने वाली दोनों महिलाओं को फायदा होगा.
सितंबर 2025 में यह प्रोजेक्ट लॉन्च कर दिया जाएगा. साथ ही यह प्रोजेक्ट केरल राज्य में लॉन्च हो रहा है. इससे केरल को लेकर अन्य राज्यों में तस्वीर बदलेगी. और ज्यादा से ज्यादा पर्यटन भी केरल का तरफ रुख करेगा. केरल देश का ऐसा हिस्सा है जिसकी अगर संस्कृति को समझा जाए, तो वह काफी निराली है. यही कारण लोगों को इस राज्य की और खींचता हुआ ले आएगा.
महिलाओं को मिलेगी सरकारी मदद
केरल में लॉन्च होने वाले इस प्रोजेक्ट के लिए अलग से पर्यटन नीति लाई जाएगी. जिसका ड्राफ्ट तैयार कर रेस्पॉसिबल टूरिज्म सोसायटी सरकार को सितंबर से पहले ही सौंप देगी. महिलाओं को इस प्रोजेक्ट के तहत ट्रेन भी किया जाएगा. साथ ही महिलाओं के बिजनेस के लिए उन्हें सरकार से लोन भी मिलेगा. इससे उन्हें रोजगार मिलेगा. साथ ही वह सशक्त हो सकेंगी.