Milk vs black vs green tea: सुबह की शुरुआत हो, ऑफिस का ब्रेक या फिर शाम की बातचीत चाय हमारी रोजमर्रा की आदत का हिस्सा है. किसी को दूध वाली चाय के बिना दिन अधूरा लगता है, तो कोई काली चाय का दीवाना है. वहीं, सेहत को लेकर सजग लोग अक्सर ग्रीन टी पीना पसंद करते हैं. लेकिन जब सवाल रोजाना चाय पीने की बात आए, तो पसंद से ज्यादा जरूरी हो जाता है कि शरीर को वास्तव में किससे फायदा मिल रहा है.
दिलचस्प बात यह है कि दूध वाली, काली और ग्रीन टी तीनों चाय एक ही पौधे से बनती हैं. फर्क आता है उनके प्रोसेस होने के तरीके, बनाने की विधि और उसमें मिलाई जाने वाली चीजों से. विशेषज्ञों के अनुसार, चाय में पाए जाने वाले फ्लेवोनॉयड्स नामक तत्व दिल की सेहत और सूजन कम करने में मदद करते हैं. लेकिन रोजाना चाय पीने का असर इस बात पर निर्भर करता है कि आप कौन-सी चाय चुनते हैं और कैसे पीते हैं. तो चलिए आपको बताते हैं दूध वाली चाय, काली चाय या ग्रीन टी तीनों आपके सेहत पर कैसा असर डालती हैं.
दूध वाली चाय
दूध वाली चाय सबसे ज्यादा पी जाने वाली चाय है. इसमें दूध होने के कारण प्रोटीन, कैल्शियम और फैट मिलता है, जिससे यह सिर्फ पेय नहीं बल्कि हल्का खाने का भी काम कर देती है. जिन लोगों की भूख कम लगती है या जिन्हें अतिरिक्त ऊर्जा की जरूरत होती है, उनके लिए यह फायदेमंद हो सकती है. हालांकि समस्या तब आती है जब इसमें ज्यादा चीनी मिलाई जाए या दिन में कई बार पी जाए.
काली चाय
काली चाय न ज्यादा हल्की होती है, न ज्यादा भारी. बिना दूध और चीनी के पी जाए, तो यह कम कैलोरी में अच्छी ताजगी देती है. इसमें मौजूद तत्व रक्त संचार को बेहतर बनाने में मदद करते हैं. कई लोग कॉफी की बजाय काली चाय पसंद करते हैं, क्योंकि इसमें मौजूद कैफीन धीरे-धीरे असर करता है और अचानक थकान नहीं होती.
ग्रीन टी
ग्रीन टी को सबसे सेहतमंद ऑप्शन माना जाता है. इसे कम प्रोसेस किया जाता है, जिससे इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट सुरक्षित रहते हैं. यह शरीर को अंदर से साफ रखने और मेटाबॉलिज्म को संतुलित करने में मदद करती है. ग्रीन टी हल्की होती है और आमतौर पर इसमें दूध या चीनी नहीं मिलाई जाती. यही वजह है कि रोजाना कई कप पीने पर भी शरीर पर ज्यादा प्रेशर नहीं पड़ता.
रोजाना के लिए कौन-सी चाय बेहतर?
अगर सिर्फ सेहत की बात करें, तो ग्रीन टी थोड़ा आगे निकलती है. इसके बाद काली चाय आती है, जो स्वाद और ऊर्जा का अच्छा संतुलन देती है. दूध वाली चाय भी गलत नहीं है, लेकिन इसे सीमित मात्रा और कम चीनी के साथ पीना चाहिए.
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