जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में हुए जयपुर लर्निंग फेस्टिवल 2025 ने इतिहास रच दिया, जब देश के प्रसिद्ध मोटिवेशनल स्पीकर सौरभ जैन ने लगातार 30 घंटे तक नॉन-स्टॉप स्पीच देकर विश्व रिकॉर्ड बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया. ‘सीखेगा भारत, तभी तो आगे बढ़ेगा भारत’ थीम पर आधारित इस आयोजन ने देशभर के विद्यार्थियों, शिक्षकों और मोटिवेशनल स्पीकर्स के बीच एक नई ऊर्जा का संचार किया.
इतनी मेहनत के बाद पाई यह उपलब्धि
यह रिकॉर्ड कोई साधारण उपलब्धि नहीं, बल्कि 8 वर्षों की तैयारी, 40,000 घंटे की पढ़ाई और 1500 पुस्तकों के अध्ययन का परिणाम है. सौरभ ने अपने व्याख्यान के दौरान आत्मविश्वास, आत्मनिर्भरता, आत्महत्या से बचाव, तनाव प्रबंधन, टाइम मैनेजमेंट, लीडरशिप, माइंडफुलनेस और पॉजिटिव थिंकिंग जैसे 100 से अधिक विषयों पर सारगर्भित चर्चा की. आयोजन के दौरान उन्होंने कहा कि शब्दों में अपार शक्ति होती है. शब्द किसी का जीवन बदल सकते हैं. उन्होंने लगातार 30 घंटे तक हर 60 सेकेंड में औसतन 130 से 140 शब्द बोले, यानी पूरे सत्र में उन्होंने लगभग 2.3 लाख शब्दों का उच्चारण किया, वह भी बिना रुके, बिना आवाज खोए, पूरी ऊर्जा और आत्मविश्वास के साथ. इस ऐतिहासिक रिकॉर्ड की तैयारी सौरभ ने वर्षों पहले शुरू की थी. वे प्रतिदिन 5 घंटे अध्ययन करते हैं और फिटनेस, मेडिटेशन, गले की एक्सरसाइज के माध्यम से खुद को मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत रखते हैं. रिकॉर्ड प्रयास से पहले उन्होंने खास तौर पर सांस नियंत्रण तकनीक, वोकल केयर और माइंडफुलनेस ट्रेनिंग की प्रैक्टिस की ताकि लंबी अवधि तक बोलने की क्षमता बनी रहे.
जो सीखता है, वही बढ़ता है
आयोजन में 700 से अधिक संस्थानों और 250 विशेषज्ञों की टीम शामिल रही, जो फेस्टिवल की संरचना और रिकॉर्ड के हर पहलू की निगरानी कर रही थी. मुख्य अतिथियों में भामाशाह अशोक पाटनी, प्रमोद पहाड़िया, चक्रेश जैन और सुनिता जैन शामिल थे. जयपुर लर्निंग फेस्टिवल के चीफ डायरेक्टर प्रमोद जैन ने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य लर्निंग और स्किल डेवलपमेंट के माध्यम से राष्ट्र निर्माण को नई दिशा देना है. मीडिया प्रभारी विनोद जैन और राजकुमार बैद के अनुसार जो प्रतिभागी 9 घंटे या उससे अधिक समय तक इस स्पीच को सुनते रहे, उन्हें वर्ल्ड रिकॉर्ड सर्टिफिकेट प्रदान किया गया. सौरभ ने मंच से कहा, हमारा असली दुश्मन असफलता नहीं, बल्कि वह डर है जो हमें कोशिश करने से रोकता है, जो सीखता है, वही बढ़ता है.
अपना ही तोड़ा रिकॉर्ड
यह पहला अवसर नहीं जब सौरभ जैन ने रिकॉर्ड बनाया हो. इससे पहले वे साल 2018 में 16 घंटे 18 मिनट और 2022 में 24 घंटे लगातार बोलकर दो बार विश्व रिकॉर्ड बना चुके हैं, लेकिन इस बार उन्होंने अपनी ही सीमाओं को चुनौती दी और 30 घंटे तक बोलकर यह साबित कर दिया कि आत्मविश्वास, अनुशासन और संकल्प से असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है. उन्होंने बताया कि पूरे 30 घंटे के दौरान उन्होंने न तो खाना खाया और न ही विश्राम लिया, केवल जल ग्रहण करते हुए निरंतर भाषण जारी रखा. उनका यह स्पीच मैराथन सिर्फ एक रिकॉर्ड नहीं, बल्कि एक आंदोलन है. एक संदेश कि अगर इरादे मजबूत हों तो शब्द भी इतिहास रच सकते हैं. ज्ञान महाकुंभ लर्निंग फेस्टिवल 2025 के इस शुभारंभ ने यह दिखा दिया कि सीखने और सिखाने की भावना जब जुनून बन जाती है, तो मनुष्य सीमाओं से परे जाकर भी प्रेरणा का प्रतीक बन जाता है.