इस महिला ने ऑनलाइन शॉपिंग में उड़ाए 2 करोड़ रुपये, घर और किराए के फ्लैट पैकेट्स के भरे, पड़ोसी परेशान, मकान से आती है बदबू

वांग शंघाई के जियाडिंग जिले में अकेली रहती हैं. उन्होंने पिछले कुछ सालों में हजारों पैकेज मंगवाए हैं, जो घर में छत तक ढेर लगे हुए हैं. यहां तक कि सोने की भी जगह नहीं बची.

compulsive buying
gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 14 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 11:54 AM IST
  • पड़ोसी परेशान, मकान से आती है बदबू
  • घर में नहीं है सोने की जगह, हर कोना पैकेट्स से भरा

चीन के शंघाई शहर में एक 66 वर्षीय महिला वांग ने ऑनलाइन शॉपिंग की लत में अब तक करीब 20 लाख युआन (लगभग 2 करोड़ रुपये) खर्च कर दिए हैं. यह मामला सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में है. महिला ने अपने घर और किराए के फ्लैट को भी खरीदी गई चीजों से भर दिया है.

घर में नहीं है सोने की जगह, हर कोना पैकेट्स से भरा
वांग शंघाई के जियाडिंग जिले में अकेली रहती हैं. उन्होंने पिछले कुछ सालों में हजारों पैकेज मंगवाए हैं, जो घर में छत तक ढेर लगे हुए हैं. यहां तक कि सोने की भी जगह नहीं बची. उनके पास एक अंडरग्राउंड गैराज भी है, जो पूरी तरह खरीदी गई चीजों से भर चुका है. जब सामान रखने की जगह खत्म हो गई, तो उन्होंने एक और फ्लैट किराए पर ले लिया, जो सिर्फ इन पैकेट्स के लिए है.

पड़ोसी परेशान, मकान से आती है बदबू
पड़ोसियों ने बताया कि वांग के फ्लैट से बुरी बदबू आती है और आसपास मक्खी-तिलचट्टों का अंबार रहता है. कई बार शिकायत की गई है, लेकिन उन्होंने किसी की नहीं सुनी. उनका घर गंदा पड़ा हुआ है. वांग ने खुद माना कि वह ऑनलाइन शॉपिंग की लत से जूझ रही हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें इस तरह खर्च करना अच्छा लगता है और इससे उन्हें खुशी मिलती है.

पैसे खर्च कर देती हैं ताकि कोई मांगे न
वांग का कहना है, “मैंने सालों पहले शहर के बीच वाला फ्लैट बेचकर जियाडिंग में यह घर खरीदा. लोग समझते हैं कि मेरे पास बहुत पैसा है. ताकि कोई मुझसे पैसे मांगने न आए, मैं सब कुछ शॉपिंग में खर्च कर देती हूं. वांग ज्यादातर ऑनलाइन खरीदारी करती हैं और कॉस्मेटिक्स, हेल्थ सप्लीमेंट और गोल्ड ज्वेलरी पर ज्यादा खर्च करती हैं.

बेटी विदेश में, रिश्तेदार नहीं करते बात
वांग की बेटी विदेश में रहती है और उनके अन्य रिश्तेदार बहुत कम संपर्क करते हैं. पिछले साल मई में वांग के घर की सफाई करवाई गई थी, लेकिन कुछ ही समय में वह फिर से सामान इकट्ठा करने लगीं.

सोशल मीडिया पर एक यूजर ने लिखा, अकेलापन ही असली वजह है. एक अन्य यूजर ने लिखा, इनकी असली परेशानी अकेलापन है. दूसरे ने कहा, युवाओं को अपने घर के बुजुर्गों का ध्यान रखना चाहिए. उनकी देखभाल भी जरूरी है.

Read more!

RECOMMENDED