सर्दियों के मौसम में गुलाब की ग्रोथ अपने चरम पर होती है. लेकिन अगर देखभाल में थोड़ी भी लापरवाही हो जाए तो पौधे की ग्रोथ रुक जाती है और फूल छोटे या कम आने लगते हैं. अगर आप चाहते हैं कि आने वाली सर्दियों में गुलाब का गमला ढेरों फूलों से भरा रहे और उसकी हर डाल पर फूल आए, तो सर्दियों में ये काम जरूर कर लें.
गुलाब को ठंडक तो पसंद होती है, लेकिन ज्यादा ठंड पौधे को नुकसान पहुंचा सकती है. ऐसे में समय-समय पर मिट्टी की गुड़ाई करना, सर्दी के हिसाब से पानी देना और खाद देना बेहद जरूरी है. खास बात यह है कि गुलाब को केमिकल फर्टिलाइजर की जगह घर की बनी जैविक खाद ज्यादा पसंद आती है. ये मिट्टी को भी उपजाऊ बनाती है और फूलों की संख्या में बंपर बढ़ोतरी करती है.
सर्दियों में गुलाब की देखभाल के 5 आसान स्टेप्स
1. गुलाब को रोजाना 5 से 6 घंटे जरूरी
गुलाब को धूप पसंद है. सर्दियों में उसे ज्यादा से ज्यादा धूप मिलनी चाहिए. कोशिश करें कि पौधा ऐसी जगह रखा जाए जहां उसे रोजाना कम से कम 5 से 6 घंटे की सीधी धूप मिले. सुबह की धूप सबसे फायदेमंद होती है.
2. पानी कम दें
सर्दियों में मिट्टी देर से सूखती है, इसलिए बार-बार पानी देने से बचें. गुलाब को तभी पानी दें जब मिट्टी की ऊपरी परत सूख जाए. ज्यादा पानी से जड़ें सड़ सकती हैं और पौधा कमजोर हो सकता है.
3. हर 15 दिन में मिट्टी की गुड़ाई करें
गुलाब की मिट्टी को समय-समय पर हल्के हाथों से खोदते रहें. इससे हवा जड़ों तक पहुंचती है और पोषक तत्व बेहतर तरीके से अवशोषित होते हैं. ध्यान रखें कि जड़ों को नुकसान न पहुंचे.
4. सूखे पत्ते और मुरझाए फूल हटाते रहें
पुराने, सूखे या मुरझाए फूल पौधे की एनर्जी खा जाते हैं. इन्हें तुरंत काट दें ताकि पौधा नई कलियों पर ध्यान केंद्रित कर सके. इसके लिए साफ कैंची या प्रूनर का इस्तेमाल करें.
5. ठंड से बचाव के लिए पौधे को शाम को ढक दें
अगर तापमान बहुत नीचे जा रहा हो, तो रात में पौधे को पुराने कपड़े या प्लास्टिक कवर से हल्के से ढक सकते हैं. इससे पाला नहीं पड़ेगा और पौधे की कोमल शाखाएं सुरक्षित रहेंगी.
गुलाब के पौधे में कौन सी खाद डालनी चाहिए?
1. सरसों की खली
सरसों की खली गुलाब के लिए सर्दियों की सबसे बेहतरीन खाद मानी जाती है. यह नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटाश से भरपूर होती है, जो पौधे की ग्रोथ और कलियों की संख्या बढ़ाती है.
कैसे इस्तेमाल करें: 100 ग्राम सरसों खली को 1 लीटर पानी में 3-4 दिन भिगो दें. फिर उस घोल को 1:5 अनुपात में पानी मिलाकर हर 15 दिन में पौधे की जड़ में डालें.
2. केले के छिलके की खाद
केले के छिलके पोटेशियम का सोर्स हैं, जो फूलों की गुणवत्ता और रंग को निखारते हैं. इससे टहनियों पर कीड़ा नहीं लगता है. इसके अलावा मिट्टी में फल और सब्जी के छिलके भी डाल सकते हैं.
कैसे बनाएं: सूखे छिलकों को पीसकर पाउडर बना लें और हर 10 दिन में थोड़ा-थोड़ा मिट्टी में मिलाएं. चाहें तो छिलकों को पानी में 2 दिन भिगोकर उसका घोल भी डाल सकते हैं.
3. गोबर की खाद या कंपोस्ट
यह सबसे पारंपरिक और भरोसेमंद खाद है. इसमें सभी आवश्यक पोषक तत्व होते हैं जो मिट्टी की संरचना और नमी को संतुलित रखते हैं.
कैसे डालें: महीने में एक बार पौधे की जड़ के आसपास हल्की परत बिछा दें. ध्यान रखें कि खाद बहुत गीली न हो.