उत्तर प्रदेश के बिजनौर में नहटौर के गांव राजपुर नन्हेड़ा के रहने वाले योगेश कुमार की 20 साल की बेटी साक्षी अपनी मां विनोद और बहन पूजा के साथ घर से सवेरे चारा लेने के लिए गई थी. रास्ते में पड़ने वाली एक नहर के किनारे पूजा ने अपनी मां से कहा कि वह शौच के लिए खेत में जा रही है. इस दौरान मां और बहन खेत के बाहर खड़े रहे और साक्षी गन्ने के खेत में शौच के लिए चली गई. साक्षी की मां के अनुसार कुछ देर बाद ही गन्ने के खेत से साक्षी के तीन बार मां को आवाज लगाई, जब मां और उसकी बहन अंदर पहुंचे तो साक्षी लापता थी और उसकी दोनों चप्पल वहीं पर पड़ी थी.
खेत से गायब हो गई 20 साल की लड़की-
मां ने बताया कि इस दौरान खेत के अंदर से कुछ बहुत तेज आवाज भी आई थी. उन्हें शक हुआ कि बेटी को गुलदार को उठा ले गया. इसके बाद उन्होंने बेटी को गुलदार के ले जाने का शोर मचा दिया. जिसके बाद शोर सुनते ही गांव के लोग लाठी-डंडों के साथ खेत पर पहुंच गए और खेत को घेर लिया. साक्षी के गायब होने की सूचना तुरंत पुलिस और वन विभाग को भी दी गई. सूचना मिलते ही वन विभाग और पुलिस के लोग भी मौके पर पहुंच गए और खेत के अंदर साक्षी की तलाश शुरू की गई. लेकिन साक्षी का खेत में कोई भी पता नहीं लगा.
ड्रोन की मदद से चलाया गया तलाशी अभियान-
ग्रामीणों में वन विभाग के खिलाफ आक्रोश बढ़ रहा था. उनका कहना था कि साक्षी को गुलदार ही उठा कर ले गया है और उसकी तलाश किया जाना आवश्यक है. इसके बाद सीओ धामपुर और एसडीएम धामपुर भी फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए. वहीं, लड़की को तलाश करने के लिए ड्रोन कैमरे को भी लाया गया. ड्रोन कैमरे उड़ाकर साक्षी को कई घंटे तक खेतों में तलाश किया गया. लेकिन ना तो साक्षी की लाश मिली, ना उसके कपड़े मिले और ना कोई ऐसी चीज सामने आई, जिससे यह साफ हो सके कि उसको गुलदार खींच कर ले गया है.
देहरादून में मिली साक्षी-
शाम 6 बजे तक पूरा प्रशासनिक अमला और ग्रामीण साक्षी को खेतों में तलाशते रहे. शाम 6 बजे के आसपास साक्षी के भाई सचिन के मोबाइल पर एक फोन आया. जिसमें बताया कि वह साक्षी बोल रही है और वह इस समय देहरादून में है. परिजनों ने उसका सही लोकेशन जानने के लिए उससे वीडियो कॉल पर बात भी की. जिससे पुष्टि हुई कि साक्षी देहरादून में है. साक्षी के जिंदा देहरादून में मिलने पर जहां पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली. वहीं, ऑपरेशन तलाशी को रोक दिया गया और प्रशासनिक अधिकारी अपने घरों को वापस हो गए. लेकिन घटना की सच्चाई जानने के लिए कि आखिर साक्षी गन्ने के खेत से लापता होकर देहरादून कैसे पहुंच गई. इसके लिए पुलिस उसको देहरादून से लेने के लिए रवाना हो गई है.
क्यों और कैसे देहरादून गई साक्षी?
थाना प्रभारी धीरज नागर ने फोन पर बताया कि साक्षी को पुलिस ने देहरादून से बरामद कर लिया है और उसको लेकर बिजनौर आ रही है. साक्षी फिलहाल अकेले ही देहरादून में मिली है. वह किसके साथ गई थी और इसके पीछे क्या मकसद था. यह उसके आने के बाद ही पूछताछ में पता चलेगा और उसके कोर्ट में भी बयान कराए जाएंगे. उसके बाद ही उसमें आगे के कार्रवाई की जाएगी.
उधर, डीएफओ जय सिंह ने बताया कि लड़की के गायब होने की सूचना मिलने के बाद वन विभाग का पूरा हमला साक्षी को तलाशने में जुटा था. लेकिन खेत के अंदर किसी भी तरह के गुलजार के कोई पद चीन हा या ऐसी चीज नहीं दिखाई थी. जिससे यह साबित हो कि गुलदार ही साक्षी को ले गया है. लेकिन बावजूद इसके तलाशी का काम चल रहा था. लेकिन शाम को साक्षी ने खुद फोन करके अपने परिवार को बताया कि वह देहरादून में है, इस घटना से यह साबित होता है कि यह घटना पूरी एक प्लान के तहत की गई थी कि वन विभाग पर इस तरह की घटना बताकर मुआवजा लेने का दबाव बनाया जा सके. उन्होंने इसके लिए पूरी घटना की जांच की बात की है और लोगों से कहा है कि वह कोई भी हरकत ना करें. जिससे गुलदार को लेकर अफवाह और पहले और विभाग के लोग सतर्कता ना कर पाए. उन्होंने इस घटना को लेकर वैधानिक कार्यवाही करने की बात भी कही है.
(संजीव शर्मा की रिपोर्ट)
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