दिल्ली के चांदनी चौक इलाके में स्थित वीर जी का डेरा पिछले 40 सालों से गरीब और असहाय लोगों की मदद कर रहा है. इस संगठन की शुरुआत त्रिलोचन सिंह और उनके भाई कमलजीत सिंह ने की थी और अब उनके बेटे प्रेमजीत सिंह इसे आगे बढ़ा रहे हैं.
वीर जी का डेरा रोजाना 2000 लोगों को खाना और प्राथमिक चिकित्सा प्रदान करता है. प्रेमजीत सिंह ने बताया, "हम लोग फर्स्ट ऐड देने की कोशिश करते हैं और साथ में खाना देते हैं. तकरीबन 25 पॉइंट हैं, जहां तकरीबन 2000 लोगों को रोजाना हम खाना देते हैं."
सभी धर्मों के लोग कर रहे सेवा
इस संगठन में सभी धर्मों के लोग मिलकर सेवा करते हैं और सभी वालंटियर्स हैं. प्रेमजीत सिंह ने कहा, "सारे वॉलंटियर्स हैं. इनमें से किसी को भी पैसे नहीं दिए जाते हैं. सभी लोग अपना टाइम निकाल कर दो घंटे सेवा करते हैं सुबह 7:00 बजे से लेके 9:00 बजे तक."
खुद उगाते हैं अनाज
वीर जी का डेरा खुद अनाज उगाता है और अपनी टीम के साथ खाना पकाता है. प्रेमजीत सिंह ने बताया, "हम लोग खुद खेती करते हैं और खुद खेती करने से हमने पूरा गेहूं और चावल वगैरा हम खुद जमीन किराये पर ले कर उगाते हैं."
वीर जी का डेरा दिल्ली के 22 से ज्यादा क्षेत्रों में सेवा करता है, जिसमें चांदनी चौक, पुरानी दिल्ली और जामा मस्जिद शामिल हैं. यहां डॉक्टर मुफ्त में जांच करते हैं और प्राथमिक चिकित्सा देते हैं.
सेवा ही सबसे बड़ा धर्म
इस संगठन का मानना है कि सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है. प्रेमजीत सिंह ने कहा, "सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं होता. सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है. दिल्ली में वीर जी का डेरा आज इसी की मिसाल देता है."