ऐसा सुना है कभी...चीन के मर्द नहीं पहन सकते हरी टोपी, माना जाता है बेवफाई का सिंबल

करीब दो हजार साल पहले के चीन में हरे रंग को बहुत ही निचले दर्जे का रंग माना जाता था. उस समय लाल, पीला, नीला, सफेद और काला रंग ही पॉपुलर था और इसे ही सम्मान के तौर पर शामिल किया जाता था.

Green hat meaning in china
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 13 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 10:26 AM IST
  • चीन के पुरुष क्यों नहीं पहनते हरे रंग की कैप
  • चीन में हरे रंग को क्यों नहीं माना जाता अच्छा

अगर आपको लगता है कि फैशन में हरे रंग की टोपी पहनना ट्रेंडी है, तो जरा ठहरिए. चीन में ऐसा करने से पहले लोग दो बार सोचते हैं, वरना लोग उन्हें प्यार में धोखा खाया इंसान समझकर दया करने लगते हैं. जी हां, चीन में अगर किसी आदमी ने हरी टोपी पहन ली, तो इसका मतलब सीधा-सीधा ये होता है कि उसकी पत्नी ने उसे धोखा दिया है. आइए जानते हैं कि आखिर 'हरी टोपी' कैसे बेवफाई का सिंबल बन गई.

हरे रंग से शुरू हुई बदकिस्मती की कहानी
करीब दो हजार साल पहले के चीन में हरे रंग को बहुत ही निचले दर्जे का रंग माना जाता था. उस समय लाल, पीला, नीला, सफेद और काला रंग ही पॉपुलर था और इसे ही सम्मान के तौर पर शामिल किया जाता था. चूंकि हरा रंग नीले और पीले रंग को मिलाकर बनता है. इसीलिए चीनी समाज में इसे शुद्ध नहीं माना जाता था. राजाओं, मंत्रियों और बड़े अधिकारियों के कपड़े इन पांच रंगों के ही होते थे, जबकि हरा रंग निचले दर्जे के अधिकारियों या आम लोगों के लिए छोड़ा गया था.

तांग राजवंश से चली आ रही परंपरा
तांग राजवंश (618–907 ई.) के दौरान एक अधिकारी ली फेंग ने अपने कर्मचारियों को सजा देने का नया तरीका निकाला. उस दौरान गलती करने वाले कामगारों को सिर पर हरा स्कार्फ पहनाया जाता था. जितनी बड़ी गलती, उतने दिन तक हरे स्कार्फ के साथ घूमना पड़ता था और इस तरह यह सार्वजनिक अपमान का प्रतीक बन गया.

इसके बाद उत्तरी सोंग राजवंश (960 AD to 1279 AD) में जिन अधिकारियों ने अपने राजा को धोखा दिया, उन्हें हरे कपड़े पहनने की सजा दी जाती थी. यानी इस समय तक आते-आते  हरा रंग गद्दारी का सिंबल बन गया.

महिलाओं का कैरेक्टर बताने के लिए पहनना होता था हरा कपड़ा
युआन राजवंश (1271–1368 ई.) में सरकार ने एक नया नियम लागू किया, इस नियम के तहत जिन पुरुषों की पत्नी या महिला रिश्तेदार वेश्यावृत्ति करती थीं, उन्हें सिर पर हरे रंग का कपड़ा पहनना होगा. इससे समाज को दूर से ही पता चल जाता था कि इस व्यक्ति के घर की महिला चरित्रहीन है. यह प्रथा मिंग राजवंश (1368–1644 ई.) तक चली और यहीं से हरी टोपी पहनना. एक अपमानजनक कहावत बन गई यानी वो आदमी जिसकी पत्नी बेवफा है.

आज भी चीन में कोई पुरुष अगर हरी टोपी पहन ले, तो लोग उसका मजाक उड़ाते हैं. 2021 में जब चीनी गायक और अभिनेता गु जियाचेंग ने हरी टोपी में अपनी फोटो शेयर की, तो इंटरनेट पर बवाल मच गया था.

 

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