अमरनाथ यात्रा के लिए जम्मू से पहला जत्था रवाना हो गया है. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भगवती नगर बेस कैंप से जत्थे को रवाना किया. हालांकि आधिकारिक तौर पर अमरनाथ यात्रा की शुरुआत 3 जुलाई से होगी. 38 दिन तक चलने वाली यह यात्रा पहलगाम और बालटाल दोनों रूटों से होगी. अमरनाथ यात्रा का समापन 9 अगस्त को होगा. इस तारीख को रक्षाबंधन है.
अमरनाथ यात्रा के लिए इस साल अब तक 3.5 लाख तीर्थयात्रियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. तत्काल रजिस्ट्रेशन भी कराया जा सकता है. इसके लिए जम्मू में सरस्वती धाम, वैष्णवी धाम, महाजन सभा और पंचायत भवन में सेंटर खोले गए हैं.
ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन 30 जून से शुरू हो चुका है. देशभर में 533 से ज्यादा बैंक की शाखाओं से रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं.
ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की फीस 120 रुपए है. जबकि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन फीस 220 रुपए है.
यात्रा के लिए जम्मू-कश्मीर के एंट्री गेट लखनपुर से लेकर अमरनाथ गुफा तक करीब 139 लंगर लगाए जाएंगे. इसमें श्रद्धालुओं को मुफ्त भोजन मिलेगा.
दिल्ली के भक्त अगर बालटाल रूट से यात्रा करते हैं तो उनको खर्च 15 से 20 हजार रुपए आ सकता है. जबकि पहलगाम रूट से ये खर्च बढ़कर 20 से 25 हजार रुपए तक हो सकता है.
गुफा तक ट्रैकिंग करने पर पालकी या पोनी लेते हैं तो 2 से 5 हजार रुपए एक्स्ट्रा खर्च करने पड़ सकते हैं.
पहलगाम और बालटाल में श्राइन बोर्ड के टेंट लगाए गए हैं, जिसमें भक्त ठहर सकते हैं. इसका किराया 550 रुपए से शुरू होता है.