इस साल की कावड़ यात्रा में देश के नाम और जवानों के सम्मान में आपने बहुत सी कांवड़ देखी होंगी, लेकिन मुजफ्फरनगर जनपद में एक शिव भक्त कांवड़िया ऑपरेशन सिंदूर को कामयाब बनाने वाली भारतीय एयरफोर्स और बीएसएफ के जवानों के नाम अपनी कांवड़ लेकर लाया है.
कैसी दिखती है कांवड़
जवानों के सम्मान में तैयार हुई इस कांवड़ में जहां ऊपर ऑपरेशन सिंदूर का बड़ा बैनर लगा हुआ है, तो वही कावड़ के दोनों ओर एयरफोर्स और बीएसएफ के जवानों के स्टैचू भी खड़े किए गए हैं.
क्या कहना है शिव भक्त का
इस कावड़ को ला रहे शिव भक्त अनुभव का कहना है कि पहलगाम में शहीद हुए भारतीयों और फिर उसके बाद ऑपरेशन सिंदूर को सफल बनाने वाली हमारी एयर फोर्स और बीएसएफ के जवानों के सम्मान ने वह अपनी ये कावड़ यात्रा कर रहा है.
अनुभव का सफर है लंबा
अनुभव हरिद्वार हर की पौड़ी से जल उठाकर पालम एयरपोर्ट की ओर जा रहे हैं. वह 6 सदस्य वाली अपनी टोली के साथ रोजाना 20 से 25 किलोमीटर पैदल चलकर अपने गंतव्य की ओर बढ़ रहे हैं. आपको बता दे कि जवानों के नाम इस कावड़ को जो भी देख रहा है वह इसकी तारीफ कर रहा है.
क्या कहना है अनुभव का
इस कावड़ को ला रहे अनुभव नाम के शिव भक्त कांवड़िए का कहना है कि हम हरिद्वार से जल लेकर आ रहे हैं और पालम एयरपोर्ट जाएंगे. ऑपरेशन सिंदूर को सक्सेसफुल बनाने वाले एयरफोर्स के जवान और बीएसएफ के जवान थे. पहलगाम में जो शहीद हुए थे, उनकी याद में मैं कांवड़ लेकर आया हूं. मैंने देश के जवानों के लिए कुछ करने की सोची थी. मैंने काफी पहले ही सोच लिया था कि उनके लिए कुछ अलग करना है. मैंने इस कांवड़े के जरिए उन्हें सम्मान दिया है. हम डेली 20 से 25 किलोमीटर चल रहे हैं.