अमरनाथ यात्रा भारत की सबसे बड़ी धार्मिक यात्राओं में से एक है. अगले महीने से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर लिए हैं. 38 दिनों तक चलने वाली अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू होगी. इस धार्मिक यात्रा का समापन 9 अगस्त को होगा.
बीती 22 अप्रैल को पहलगाम के बैसरन घाटी में आतंकी हमला हुआ था. इसमें बड़ी संख्या में सैलानियों की जान गई थी. उसी रूट से अमरनाथ यात्रा गुजरती थी. आतंकी हमले के बाद अमरनाथ यात्रा पर इसका असर होने का आशंका थी. पहलगाम हमले के बाद अमरनाथ यात्रा के रजिस्ट्रेशन की संख्या पर असर देखने को मिला है.
पिछली बार की तुलना में अमरनाथ यात्रा के रजिस्ट्रेशन में कमी देखी गई है. आतंकी हमले से पहले जिन लोगों ने अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन किया था. उनमें एक तिहाई लोगों ने यात्रा पर जाने से इंकार कर दिया है. पहलगाम आतंकी हमले के बाद कई सारे लोग इस यात्रा पर जाने से डर रहे हैं.
3 लाख से ज्यादा रजिस्ट्रेशन
इस बार अमरनाथ यात्रा में पहलगाम आतंकी हमले का असर देखने को मिलेगा. पिछले साल इस अमरनाथ यात्रा के लिए 5 लाख से ज्यादा रजिस्ट्रेशन हुए हैं. अमरनाथ यात्रा के लिए अभी तक इस साल 3.50 लाख से ज्यादा लोगों ने पंजीकरण कराया है. आने वाले कुछ दिनों में पंजीकरण का आंकड़ा बढ़ने की उम्मीद है.
पहलगाम हमले ने अमरनाथ यात्रा पंजीकरण को प्रभावित किया है. 38 दिन तक चलने वाली इस धार्मिक यात्रा के लिए बैसरन आतंकी हमले के बाद पंजीकरण की संख्या में कमी आई है. 22 अप्रैल से पहले 2.35 लाख लोगों ने तीर्थयात्रा के लिए पंजीकरण कराया था. आतंकी हमले के बाद जब इन लोगों से कंफर्म करने के लिए संपर्क किया गया तो सिर्फ 85000 लोगों ने बताया कि वे यात्रा पर जा रहे हैं.
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने यात्रा के सुचारू संचालन के लिए किए गए सुरक्षा इंतजामों के बारे में मीडिया को जानकारी दी. इसमें आरएफआईडी टैग, ईकेवाईसी जांच के साथ-साथ नियमित सुरक्षा बलों की तैनाती शामिल है जो पहलगाम आतंकी हमले के बाद नए खतरे के अनुसार की गई है.
यात्रियों को जम्मू से सुरक्षित काफिले का हिस्सा बनने और अकेले यात्रा न करने, सुरक्षा एजेंसियों द्वारा समय-समय पर दी जाने वाली सलाह को मानने की बात कही गई है. पहलगाम में तीन पाकिस्तानी हमलावरों को लेकर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गुड न्यूज टुडे से बात करते हुए कहा कि वे अभी भी फरार हैं और सुरक्षा उपायों पर विचार किया जा रहा है.
कैसे करें रजिस्ट्रेशन?
अमरनाथ धाम जम्मू-कश्मीर में स्थित एक पवित्र स्थान है. अमरनाथ बाबा समुद्र तल से 12,700 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. इस गुफा में बर्फ से बनी विशाल शिवलिंग है. 3 जुलाई से शुरू होने वाली इस यात्रा के लिए लाखों श्रद्धालुओं ने रजिस्ट्रेशन कराया है. हर रोज लगभग 15 हजार लोग इस यात्रा को करेंगे. अमरनाथ यात्रा का रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से होता है.
अमरनाथ यात्रा के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड की वेबसाइट jksasb.nic.in पर जाएं. ऑनलाइन सर्विस पर जाएं और यात्रा परमिट रजिस्ट्रेशन को क्लिक करें. इसके बाद नाम, आधार नंबर, यात्रा की तारीख और मोबाइल नंबर डालें. अपनी जानकारी डालने के बाद पासपोर्ट साइज फोटो और हेल्थ सर्टिफिकेट को अपलोड करें. 220 रुपए की रजिस्ट्रेशन फीस पेमेंट करते ही यात्रा का परमिट बन जाएगा. अमरनाथ यात्रा के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन भी करा सकते हैं.
(अशरफ वानी की रिपोर्ट)