शास्त्रों के अनुसार माता लक्ष्मी की कृपा बिना श्रीहरि के नहीं मिल सकती इसलिए धन, समृद्धि और पारिवारिक प्रेम की वृद्धि के लिए भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की संयुक्त उपासना पर बल दिया गया है. माता लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए गुलाब, स्फटिक की माला और घी का दीपक का महत्व बताया गया. जानिए कैसे करें पूजा?
गुलाब का महत्व
गुलाब की सुगंध और गुलाब का फूल माता लक्ष्मी को अत्यंत प्रिय है. नियमित रूप से माता लक्ष्मी को गुलाब का इत्र या गुलाब अर्पित करने से कारोबार अच्छा होता है. गुलाब की पंखुड़ियों से माता लक्ष्मी का अभिषेक करने से कर्जे दूर होते हैं. हर शुक्रवार को माता लक्ष्मी को गुलाब के फूल की माला अर्पित करने से दरिद्रता का नाश होता है. यदि आर्थिक रूप से समस्या हो तो गुलाब की पंखुड़ियां अर्पित करके प्रार्थना करें.
स्फटिक की माला का महत्व
स्फटिक की माला शूक्र ग्रह से संबंध है और वैभव का प्रतीक है. माता लक्ष्मी के मंत्रों का जप स्फटिक की माला से करना बहुत अच्छा होता है. सफेद रंग की स्फटिक की माला माता लक्ष्मी को अर्पित करें और स्वयं भी पहनें. किसी भी शुक्रवार को सफेद स्फटिक की माला गंगा जल से धोकर शुद्ध करें, माता लक्ष्मी को अर्पित करें और फिर अपने गले में धारण करें. इससे दैनिक जीवन में धन आता रहेगा.
घी के दीपक का महत्व
माता लक्ष्मी की पूजा के समय घी का दीपक जलाना चाहिए.चार मुखी दीपक सफेद धातु या मिट्टी के दीपक में प्रज्ज्वलित करें. शाम के समय पूजा स्थान पर घी का दीपक जलाने से घर में धन की बर्बादी नहीं होती. यदि आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है तो तिल के तेल का दीपक भी जला सकते हैं.
भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का संबंध
माता लक्ष्मी की कृपा बिना भगवान विष्णु के नहीं मिल सकती. माता लक्ष्मी भगवान विष्णु की क्रियात्मिका शक्ति हैं. घर के मुख्य पूजा स्थान पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का चित्र या मूर्ति स्थापित करें और नियमित रूप से उपासना करें. इससे धन का लाभ होगा और घर में आपसी प्रेम बना रहेगा.