Ayodhya Temple: राम मंदिर में लगाए जा रहे 1000 साल से रहने वाले दरवाजे, चढ़ाई जा रही सोने की परत

राम मंदिर का निर्माण कार्य 99 फीसदी पूरा हो चुका है. मंदिर के प्रथम तल पर राजा राम का दरबार सज रहा है. यहां मूर्तियों की स्थापना की तिथि 23 मई तय की गई है. 5 जून तक मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा.

Ayodhya Temple
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 01 मई 2025,
  • अपडेटेड 6:36 PM IST

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण कार्य अब तेजी से पूरा हो रहा है. मंदिर ट्रस्ट के मुताबिक निर्माण कार्य 99 फीसदी पूरा हो चुका है. मंदिर के प्रथम तल पर राजा राम का दरबार भी सज रहा है. यहाँ भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान की मूर्तियां लगनी हैं. मूर्तियों की स्थापना की तिथि 23 मई तय की गई है. 5 जून को भगवान के विराजमान होने के साथ ही मंदिर निर्माण का कार्य पूर्ण हो जाएगा.

राम मंदिर निर्माण की प्रगति-
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का काम पूरा होने वाला है. निर्माण कार्य 99 फीसदी पूरा हो चुका है. पहली मंजिल पर 23 मई को मूर्तियों की स्थापना होगी. जबकि 5 जून तक राम मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा.

सोने का दरवाजा-
मंदिर के प्रथम तल का राम दरबार का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें सोने का दरवाजा भी लग गया है. दरबार में भगवान के यहाँ विराजमान होने के साथ ही मंदिर निर्माण का काम पूरा हो जाएगा. प्रथम तल पर 12 फीट ऊंचा और 8 फीट चौड़ा दरवाजा लगा है. इस दरवाजे पर सोने का लेप चढ़ाया गया है.

राम मंदिर में कुल 46 दरवाजे लगेंगे. इसमें से 42 दरवाजों पर कुल 100 किलो सोने की परत चढ़ाई जाएगी. ये दरवाजे महाराष्ट्र के सागवान की लकड़ी से बने हैं. इन दरवाजों की उम्र 1000 साल बताई जा रही है.

जून दर्शन कर सेकेंगे भक्त-
जून महीने से राम भक्त रामलला के दर्शन के साथ-साथ राम दरबार के भी दर्शन कर सकेंगे. राम मंदिर को नागर शैली में बनाया गया है, क्योंकि उत्तर भारत और नदियों से सटे हुए इलाकों में यही शैली प्रचलित है. 

सबसे पवित्र है गर्भगृह-
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा गर्भगृह में ही हुई है. इसी के ऊपर शिखर है. शिखर के ऊपर आमलक भी होता है. मंदिर की वास्तु में ये खास आकृति है, जो शिखर पर फल के आकार की होती है. गर्भगृह के चारों तरफ प्रदक्षिणा पथ है, इसके साथ ही कई मंडप हैं. इनमें देवी-देवताओं की नक्काशी की गई है. 

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