अयोध्या में दीपोत्सव 2025 की तैयारियां जोरों पर हैं. इस साल का दीपोत्सव कई मायनों में खास होने जा रहा है. 19 अक्टूबर 2025 को मुख्य कार्यक्रम के दौरान 26,11,101 दीयों को एक साथ जलाकर नया विश्व कीर्तिमान स्थापित किया जाएगा. इसके साथ ही सरयू आरती में 2100 दीपदान का रिकॉर्ड भी बनाया जाएगा. गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम इस आयोजन को दर्ज करने के लिए अयोध्या पहुंच चुकी है.
भव्य दीपोत्सव की तैयारी
अयोध्या की रामनगरी इस समय रंग और रौशनी से जगमगा रही है. 56 घाटों पर 28 लाख दीये बिछाने का कार्य लगभग पूरा हो चुका है. इस बार दीपोत्सव को और भव्य बनाने के लिए सरयू घाट पर झांकियां सजाई गई हैं. उत्तर प्रदेश की लोककला को दर्शाने वाली रंगोली भी बनाई जा रही है. रंगोली में चौक पूर्ण और अन्य पारंपरिक कलाओं को दर्शाया गया है.
सरयू आरती का वर्ल्ड रिकॉर्ड
दीपोत्सव के दौरान सरयू आरती में 2100 दीपदान का आयोजन किया जाएगा. इस आरती में बड़ी संख्या में महिलाएं और स्कूल की बच्चियां भी शामिल होंगी. यह पहली बार है जब इतनी बड़ी संख्या में दीपदान किया जाएगा. प्रशासन ने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं.
सुरक्षा व्यवस्था
अयोध्या में सुरक्षा के लिए उत्तर प्रदेश एटीएस के ब्लैक कमांडोज तैनात किए गए हैं. ये कमांडोज अत्याधुनिक हथियारों से लैस हैं और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. अयोध्या को सेक्टर्स और ज़ोन्स में बांटकर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है. पुलिस, पीएसी, सिविल पुलिस और आरएएफ की तैनाती की गई है.
पुष्पक विमान और झांकियां
इस साल दीपोत्सव में राम की पैड़ी पर दीयों के अलावा भव्य झांकियां भी सजाई गई हैं. इनमें त्रेता युग के दृश्य, पुष्पक विमान और भगवान राम का रथ शामिल हैं. पुष्पक विमान, जो सोने सा चमकता है, श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. इसके अलावा, झांकियों में रामायण के महत्वपूर्ण घटनाओं को दर्शाया गया है.
कलात्मक रंगोली और लोक कला
दीपोत्सव में उत्तर प्रदेश की लोक कला को रंगोली के माध्यम से दर्शाया गया है. रंगोली में पंच तत्व, स्वास्तिक और अन्य धार्मिक प्रतीकों को उकेरा गया है. इस बार रंगोली बनाने के लिए पेंट्स का इस्तेमाल किया गया है, जो इसे और अधिक कलात्मक बनाता है.
भव्य कार्यक्रम और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
दीपोत्सव के दौरान 2000 से अधिक कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे. इनमें उत्तर प्रदेश के अलावा अन्य राज्यों के 500 लोक कलाकार भी शामिल होंगे. अवधी और भोजपुरी भजनों के साथ-साथ लोक संगीत की प्रस्तुतियां श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध करेंगी.
ड्रोन शो और लेजर शो
इस साल दीपोत्सव में पहली बार कोरियोग्राफ्ड म्यूसिकल, ड्रोन शो और थ्री डी होलोग्राफिक म्यूसिकल लेजर शो का आयोजन किया जाएगा. ये शो श्रद्धालुओं को एक अनूठा अनुभव प्रदान करेंगे. अयोध्या का दीपोत्सव हर साल नए कीर्तिमान स्थापित करता है. इस बार का आयोजन न केवल भव्यता में सबसे आगे है, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक धरोहर को भी विश्व स्तर पर प्रदर्शित करेगा.