उड़ीसा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा हर साल निकाली जाती है. गुजरात के अहमदाबाद में भी हर साल भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जाती है. अहमदाबाद में निकाली जाने वाली जगन्नाथ रथ यात्रा के लिए पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. रथ यात्रा में सुरक्षा के लिए 23,884 पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे.
अहमदाबाद के जमालपुर स्थित भगवान जगन्नाथ मंडी से हर साल अषाढ़ी द्वितीया के दिन पारंपरिक रथ यात्रा आयोजित होती है. इसके मद्देनजर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की अध्यक्षता में गांधीनगर में उच्च स्तरीय बैठक हुई. मीटिंग में गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी, मुख्य सचिव पंकज जोशी, मुख्यमंत्री और गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एम.के.दास, पुलिस महानिदेशक विकास सहाय, अहमदाबाद पुलिस कमिशनर जी.एस.मलिक, अहमदाबाद नगर निगम के कमिशनर बंछानिधि पाणि समेत वरिष्ठ सचिव और पुलिस के उच्च अधिकारी शामिल हुए.
AI रखेगा नजर
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल और गृह राज्य मंत्री को यात्रा को लेकर सुरक्षा के संबंध में तैयारियों की जानकारी दी गई है. अहमदाबाद महानगर में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा के 16 किलोमीटर के मार्ग पर अहमदाबाद शहर पुलिस ने कड़े सुरक्षा इंतजाम किए हैं. इस साल पहली बार पुलिस रथ यात्रा में भीड़ और आग अलर्ट के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल किया जाएगा.
रथ यात्रा मार्ग पर किसी भी जगह यदि जरूरत से अधिक लोग जुटते हैं तो भीड़ को नियंत्रण में रखा जाएगा. इतना ही नहीं यदि कहीं आग लगती है तो एआई अलर्ट कर देगा. इससे बचाव और राहत के लिए फायर ब्रिगेड और पुलिस तुरंत पहुंच सकेगी. रथ यात्रा के दौरान AI का ये इस्तेमाल सुरक्षा के लिहाज से काफी मददगार साबित होगा.
23 हजार से ज्यादा पुलिस
भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा को लेकर अहमदाबाद शहर के पुलिस कमिशनर जी.एस. मलिक ने बताया कि रथ यात्रा में आईजी स्तर से लेकर पुलिसकर्मी, एसआरपी, चेतक कमांडो और रैपिड एक्शन फोर्स की बटालियनों सहित 23,884 से अधिक सुरक्षाकर्मी ड्यूटी पर रहेंगे. यात्रा में शामिल होने वाले रथ, ट्रकों, अखाड़ों और भजन मंडलियों और महंतों की सुरक्षा के लिए करीब 4,500 पुलिसकर्मी बंदोबस्त में शामिल होंगे.
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि पूरी यात्रा के दौरान यातायात शाखा के संयुक्त पुलिस आयुक्त के नेतृत्व में करीब 1,000 कर्मियों को तैनात किया जाएगा. इतना ही नहीं 23 क्रेनों की भी व्यवस्था की गई है. रथ यात्रा के दौरान पर्याप्त निगरानी व्यवस्था के लिए 227 कैमरे, 41 ड्रोन, 2872 बॉडी वॉर्न कैमरे के माध्यम से लाइव निगरानी की जाएगी. इसके अलावा 240 छतों पर प्वाइंट और 25 वॉच टावर भी स्थापित किए गए हैं. इन सभी व्यवस्थाओं के माध्यम से पूरे 16 किलोमीटर के रथयात्रा मार्ग पर पुलिस नियंत्रण कक्ष की कड़ी निगरानी रहेगी.
तैयारी पूरी
भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के लिए मंदिर में भी जोरदार तैयारियां चल रही हैं. रथयात्रा की अगुवाई गजराज करते हैं. ये यात्रा का मुख्य आकर्षण का केंद्र होते हैं. इस साल रथ यात्रा में 17 गजराज शामिल होंगे. इन गजराजों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान अहमदाबाद जिले के पशुपालन विभाग द्वारा रखा जा रहा है.
अहमदाबाद जिले के पशुपालन उपनिदेशक सुकेतु उपाध्याय के अनुसार, 23 जून से गजराजों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर लगातार नजर रखी जा रही है. सभी को स्वास्थ्य प्रमाण पत्र भी जारी किए जाएंगे. रथ यात्रा के दौरान पशुपालन और वन विभाग की टीम हाथियों के साथ रहेगी ताकि हाथियों को किसी तरह की परेशानी न हो.
रथ यात्रा के दौरान यह भी सुनिश्चित किया जा सके कि उनके गुस्से की वजह से कोई अप्रिय घटना न घटे. अगर हाथी अपना मानसिक संतुलन खोता है तो उसे नियंत्रित करने के लिए वन विभाग के कर्मचारी डार्ट गन भी साथ लेकर चलते हैं. जगन्नाथ रथ यात्रा पुरी में निकाली जाएगी. इसी दिन पुरी और अहमदाबाद समेत देश के कई हिस्सों में भी भगवान जगन्नाथ का रथ यात्रा निकाली जाएगी.