Kajari Teej 2025: आज है कजरी तीज, पूजा करने का क्या है शुभ मुहूर्त, इस तरह से महादेव और माता पार्वती की आराधना करेंगे तो मिलेगा अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद

Kajari Teej Vrat: इस साल 12 अगस्त को कजरी तीज है. इस दिन महादेव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना की जाती है. इस दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए व्रत रखती हैं. कुंआरी कन्याएं मनचाहा वर पाने के लिए कजरी तीज का व्रत रखती हैं. आइए कजरी तीज व्रत की पूजा विधि से लेकर शुभ मुहूर्त के बारे में जानते हैं. 

Kajari Teej 2025
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 11 अगस्त 2025,
  • अपडेटेड 12:20 AM IST
  • कजरी तीज पर महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए रखती हैं व्रत
  • कुंआरी कन्याएं मनचाहा वर पाने के लिए रखती हैं उपवास

हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को कजरी तीज का व्रत रखा जाता है. कजरी तीज को कजली तीज, बड़ी तीज, बूढ़ी तीज या सतूरी तीज के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन महादेव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना की जाती है. कजरी तीज के दिन जहां सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए व्रत रखती हैं, वहीं कुंआरी कन्याएं मनचाहा वर पाने के लिए कजरी तीज का व्रत रखती हैं. 

रखा जाता है निर्जला व्रत 
कजरी का अर्थ काले रंग से है. इस दिन आसमान में काली घटा छाई रहती है इसलिए शास्त्रों में इस शुभ तिथि को कजरी तीज का नाम दिया गया है. इस दिन महिलाएं सोलह शृंगार कर गौरी-शंकर की पूजा करती हैं. कजरी तीज के दिन नीमड़ी माता की आराधना भी की जाती है. करवा चौथ की तरह कजरी तीज का व्रत निर्जला रखा जाता है और शाम को चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद व्रत खोल जाता है.

कजरी तीज की तिथि
हिंदू पंचांग के अनुसार भोदा माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि 11 अगस्त को सुबह 10:33 बजे शुरू होगी और इसका समापन अगले दिन 12 अगस्त 2025 को सुबह 8 बजकर 40 मिनट पर होगा. उदया तिथि के अनुसार कजरी तीज का व्रत 12 अगस्त 2025 को रखा जाएगा. 

कजरी तीज मुहूर्त
1. ब्रह्म मुहूर्त: 12 अगस्त को सुबह 4 बजकर 23 मिनट से 5 बजकर 6 मिनट तक.
2. विजय मुहूर्त: 12 अगस्त को दोपहर 2 बजकर 38 मिनट से 3 बजकर 31 मिनट तक. 
3. गोधूलि मुहूर्त: 12 अगस्त को शाम 7 बजकर 3 बजे से 7:25 बजे तक.
4. निशिता काल मुहूर्त: रात 12 बजकर 5 मिनट से 12:48 मिनट तक.
5. सर्वार्थ सिद्धि योग: सुबह 11:52 मिनट से 13 अगस्त की सुबह 5 बजकर 49 मिनट तक.
6. अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12 बजकर 2 मिनट से शुरू होगा.

कजरी तीज की पूजा सामग्री 
कजरी तीज के लिए पूजा सामग्री के रूप में शहद, पंचामृत, बेलपत्र, घी, तेल, कपूर, दीपक, अगरबत्ती, हल्दी, चंदन, श्रीफल, गाय का दूध, गंगाजल, दही, मिश्री, कच्चा सूता, पीला वस्त्र, केला के पत्ते, शमी के पत्ते, जनेऊ, जटा नारियल, सुपारी, कलश, भांग, धतूरा, दूर्वा घास को होना जरूरी है. मां पार्वती के लिए हरे रंग की साड़ी, चुनरी, बिंदी, चूडियां, कुमकुम, कंघी, बिछुआ, सिंदूर और मेहंदी जैसी सुहाग की चीजें चाहिए होती हैं.

कजरी तीज व्रत पर ऐसे करें पूजा
1. कजरी तीज के दिन ब्रह्म मुहूर्त स्नान करने के बाद स्वच्छ कपड़े पहनने चाहिए.
2. इसके विधि-विधान से कजरी तीज व्रत करने का संकल्प लेना चाहिए. 
3. फिर मंत्रोचारण के साथ सूर्यदेव को जल अर्पित करना चाहिए.
4. इसके बाद मंदिर की साफ-सफाई करें.
5. एक चौकी पर मां पार्वती और शिवजी की तस्वीर या मूर्ति रख पूजा करें.
6. कजरी तीज की पूजा के दौरान माता पार्वती को शृंगार की सामग्री विशेष रूप से चढ़ाएं.
7. कजरी तीज की कथा पढ़ें या फिर किसी के द्वारा कहे जाने पर सुनें. 
8. इसके बाद तालाब में कच्चा दूध और जल डालें और किनारे एक दीया जलाकर रखें.
9. ​कजरी तीज का व्रत रात को चंद्र देवता का दर्शन और उन्हें अर्घ्य देकर ही खोलें. 
10. कजरी तीज के दिन महिलाओं को हरे रंग के वस्त्र एवं 16 शृंगार को धारण करना चाहिए. 
11. कजरी तीज के दिन न तो बाल धोएं और न ही कटवाएं. 
12. कजरी तीज पर झूला झूलने की भी परंपरा है. 

 

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