महाशिवरात्रि का त्योहार भारत में बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है. हर साल फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि होती है. आज देशभर में यह त्योहार मनाया जा रहा है. बहुत सी जगह इस दिन लोग व्रत-उपवास करते हैं.
देश के सभी छोटे-बड़े मंदिरों को सजाया जाता है. भगवान शिव और मां पार्वती की झांकियां निकलती हैं. इसके साथ ही महाशिवरात्रि की पूजा भी बहुत ही ख़ास होती है. धार्मिक मान्यता है कि महाशिवरात्रि की पूजा रात के समय की जाती है.
और रात के चार प्रहरों के शुभ मुहूर्त में शिवजी की पूजा-अर्चना की जाती है. पूरी रात श्रद्धालु भजन-कीर्तन करते हैं और रातभर जागरण चलता है. आज हम आपको बता रहे हैं महाशिवरात्रि के पूजा मुहूर्तों के बारे में.
कब है पूजा का मुहूर्त (Mahashivratri Vrat Katha):
दृक पंचांग के मुताबिक महाशिवरात्रि की रात्रि प्रहर की पूजा का मुहूर्त शाम को 06:21 बजे से शुरु होकर अगले दिन सुबह 06:45 बजे तक है. वहीं अगर निशिता काल पूजा मुहूर्त की बात करें तो यह रात 12:08 बजे (01 मार्च को) से देर रात 12:58 बजे (02 मार्च को) तक है.
महाशिवरात्रि पूजन विधि (Mahashivratri Pujan Vidhi):
महाशिवरात्रि की विधि-विधान से विशेष पूजा रात्रि काल में होती है. हालांकि भक्त चारों प्रहर में से किसी में भी अपनी सुविधा के अनुसार पूजा कर सकते हैं. महाशिवरात्रि के दिन मिट्टी के पात्र या तांबे के लोटे में जल, मिश्री, कच्चा दूध डालकर शिवलिंग पर चढ़ाना चाहिए.
इसके बाद शिवलिंग पर बेलपत्र, आंकड़े के फूल, चावल आदि अर्पित करें. इसके बाद आपको महाशिवरात्रि कथा, शिव चालीसा आदि का पाठ करना चाहिए. और अंत में आरती करें.
पूजा में पहनें इस रंग के कपड़े:
महाशिवरात्रि के दिन हरा रंग पहनना सबसे शुभ माना जाता है. कहा जाता है कि इस दिन हरा पहनने वालों से शिवजी प्रसन्न होते हैं. इसलिए हरे रंग के साफ-सुथरे कपड़े पहनने चाहियें. अगर आपके पास हरे रंग के कप नहीं हैं तो आप लाल, सफेद, पीला और संतरी रंग भी पहन सकते हैं.
हालांकि, महाशिवरात्रि की पूजा के समय काले रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहियें. इस दिन सच्चे दिल से भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना करनी चाहिए. कहते हैं कि इस दिन व्रत-उपवास करने से भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं और आपके सभी बिगड़े काम बन जाते हैं.