हर साल भाई-बहन का पवित्र त्योहार रक्षाबंधन (Raksha Bandhan) श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है. रक्षाबंधन भाई-बहनों के बीच प्यार और सुरक्षा का त्योहार है.
रक्षाबंधन के दिन जहां बहनें अपने भाई के सुखी जीवन और लंबी उम्र की कामना करते हुए उसकी कलाई पर राखी बांधती हैं तो वहीं भाई अपनी बहन को जीवनभर रक्षा करने का वचन देते हैं. भद्रा के साये में राखी कभी नहीं बांधनी चाहिए. आइए जानते हैं क्या इस बार भद्रा का साया रहेगा और राखी बांधने की शुभ मुहूर्त क्या है?
कब है रक्षाबंधन
1. हर साल रक्षाबंधन का पर्व श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है.
2. हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल सावन की पूर्णिमा तिथि 8 अगस्त को दोपहर 2 बजकर 12 मिनट पर शुरू होगी और इसका समापन 9 अगस्त को दोपहर 1 बजकर 24 मिनट पर होगा.
3. उदयातिथि के अनुसार रक्षाबंधन का पर्व इस बार 9 अगस्त दिन शनिवार को को मनाया जाएगा.
4 साल बाद रक्षाबंधन पर नहीं लग रही भद्रा
इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा का साया नहीं लगेगा. ज्योतिषियों के मुताबिक इस बार सावन की पूर्णिमा पर भद्रा सूर्योदय से पहले समाप्त होगी. भद्रा 8 अगस्त को दोपहर 02 बजकर 12 मिनट से शुरू होगी और अगले दिन यानी 9 अगस्त को तड़के 1 बजकर 52 मिनट पर समाप्त हो जाएगी. 9 अगस्त को सूर्योदय सुबह 5 बजकर 47 मिनट पर होगा. ऐसे इस साल राखी के त्योहार पर भद्रा का साया नहीं रहेगा. संयोग की बात यह है कि 4 साल बाद ऐसा योग बन रहा है जब रक्षाबंधन पर भद्रा नहीं लग रही है.
राखी बांधने का क्या है शुभ मुहूर्त
1. ज्योतिषियों के मुताबिक 9 अगस्त 2025 को राखी बांधने का मुहूर्त सुबह 5 बजकर 47 मिनट से शुरू होगा, जो कि दोपहर 1 बजकर 24 मिनट पर समाप्त होगा. इस तरह से राखी बांधने के लिए पूरे 7 घंटे 37 मिनट का समय मिलेगा.
2. इस बार राखी पर कई शुभ योग बन रहे हैं. इन शुभ योगों में भी बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांध सकती हैं.
रक्षाबंधन पर इन शुभ योगों का संयोग
1. सर्वार्थ सिद्धि योग: इस बार रक्षाबंधन पर सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 5 बजकर 47 मिनट से दोपहर 2 बजकर 23 मिनट तक रहेगा.
2. सौभाग्य योग: यह योग 9 अगस्त को सुबह से लेकर 10 अगस्त को तड़के 2 बजकर 15 मिनट तक रहेगा.
3. शोभन योग: रक्षाबंधन पर शोभन योग का संयोग पर्व की महत्ता को और बढ़ा रहा है. यह 10 अगस्त को तड़के 2 बजकर 15 मिनट तक रहेगा.
4. ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 4 बजकर 22 मिनट से 5 बजकर 04 मिनट तक ब्रह्म मुहूर्त रहेगा.
5. अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12 बजकर 17 मिनट से 12 बजकर 53 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा.
रक्षाबंधन की पूजन विधि
1. रक्षाबंधन की शुरुआत बहन अपने भाई को सामने बिठाकर उसकी कलाई पर राखी बांधने से करती है.
2. बहन पहले भाई के माथे पर रोली से तिलक करती है.
3. फिर भाई की उंगली पर अक्षत (चावल) लगाती है.
4. इसके बाद बहन अपने भाई की खुशहाली के लिए थाली में दीपक जलाकर आरती उतारती है.
5. फिर बहन अपने भाई को मिठाई खिलाकर भगवान से प्रार्थना करती है कि उसका भाई हमेशा स्वस्थ, खुशहाल और सफल बना रहे.
6. भाई भी बहन की खुशी के लिए उसे तोहफे देते हैं.
7. रक्षाबंधन के दिन परिवार में खुशी और उल्लास होता है.