खगोलविदों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने कुछ अनोखे ग्रहों के सबसे बड़े समूह की खोज की है. ये ग्रह किसी तारे की परिक्रमा नहीं करते हैं और एक्सोप्लैनेट हंटर्स को हमारी आकाशगंगा में ये ग्रह मिले हैं.
टीम ने कई यूरोपीय दक्षिणी वेधशाला (ईएसओ) टेलीस्कोप (वीएलटी), खगोल विज्ञान के लिए दृश्यमान और इन्फ्रारेड सर्वेक्षण टेलीस्कोप (विस्टा), वीएलटी सर्वेक्षण टेलीस्कोप (वीएसटी), और चिली में स्थित एमपीजी/ईएसओ 2.2-मीटर से 20 साल के डेटा का इस्तेमाल किया है.
नूरिया मिरेट-रोइग ने एक विज्ञप्ति में कहा कि उन्हें नहीं पता था कि कितने ग्रह मिलेंगे लेकिन इतने सारे ग्रह मिलने पर वे उत्साहित हैं. नूरिया लेबरटोएरे डी'एस्ट्रोफिज़िक डी बोर्डो, फ्रांस और विएना विश्वविद्यालय, ऑस्ट्रिया में एक खगोलविद हैं, और नेचर एस्ट्रोनॉमी में पिछले सप्ताह प्रकाशित हुए अध्ययन की पहली लेखिका हैं.
शोधकर्ताओं ने इन ग्रहों को स्कॉर्पियस और ओफ़िचस नक्षत्रों के भीतर स्थित एक तारा बनाने वाले क्षेत्र में पाया है.
मिले 70 से ज्यादा अनोखे ग्रह:
मिरेट-रोइग का कहना है कि उन्होंने आकाश के एक बड़े क्षेत्र में लाखों स्रोतों की छोटी गति, रंग और चमक को मापा और इन मापों ने उन्हें इस क्षेत्र में सबसे कमजोर वस्तुओं, और ग्रहों की सुरक्षित रूप से पहचान करने की अनुमति दी.
टीम का कहना है कि पाए गए ग्रहों की सही संख्या का पता लगाना मुश्किल है और गिनती 70 से 170 के बीच है. इन ग्रहों का अध्ययन करने से इनके निर्माण के बारे में बहुत सी बाते पता चल सकती हैं.
अध्ययन में कहा गया है कि अभी ऐसे कई तारे रहित ग्रहों की खोज की जा सकती है. लेबरटोएरे डी'एस्ट्रोफिज़िक डी बोर्डो, फ्रांस के एक खगोलशास्त्री और नए शोध के प्रोजेक्ट लीडर, हर्वे बोय का कहना है कि इनमें से कई अरबों मुक्त-तैरते विशाल ग्रह बिना किसी मेजबान तारे के आकाशगंगा में स्वतंत्र रूप से घूम सकते हैं.