इंडियन एयरफोर्स के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर कदम रखकर इतिहास रच दिया है. शुभांशु ISS पहुंचने वाले पहले भारतीय हैं. लखनऊ के रहने वाले शुभांशु शुक्ला हनुमान जी के भक्त हैं. इतना ही नहीं, उनको कुंडली पढ़ना और भविष्य बताना बहुत पसंद है. चलिए आपको शुभांशु शुक्ला के बारे में कुछ रोचक किस्से बताते हैं.
कुंडली पढ़ना पसंद-
शुभांशु शुक्ला को कुंडली पढ़ना काफी पसंद है. हाल ही में वो कुंडली देखने में रुचि लेना शुरू किया है. शुभांशु कुंडली देखकर लोगों का भविष्य बताना पसंद करते हैं. उनको इस काम काफी आनंद आता है. इसके अलावा शुभांशु को एस्ट्रोफोटोग्राफी का भी जुनून है. उनको चांद, तारों और आकाशगंगाओं की तस्वीरें लेना पसंद है.
बजरंग बली के भक्त-
शुभांशु शुक्ला पढ़ने में एक साधारण लड़के थे. दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक उनके स्कूल सीएमएस की संस्थापक भारती गांधी कहती हैं कि शुभांशु पढ़ने में साधारण थे, लेकिन वो बहुत मेहनत करते थे.
शुभांशु शुक्ला बजरंग बली के बड़े भक्त हैं. उनके पिता शंभू दयाल कहते हैं कि वो बजरंग बली के भक्त हैं और बचपन से ही उनकी पूजा करते हैं. शुभांशु अभी भी हनुमान जी की पूजा करते हैं. इसके अलावा शुभांशु गीता का पाठ भी करते हैं.
संतोषी स्वभाव के हैं शुभांशु-
एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला संतोषी स्वभाव के हैं. उनकी मां आशा शुक्ला के मुताबिक बचपन से ही वो कोई मांग नहीं करते हैं. घर में जो भी बना होता है, उसे खा लेते हैं. जो मिला, उससे संतोष कर लेते हैं.
शुभांश को विज्ञान से जुड़ी किताबें पढ़ना भी पसंद है. उनका मानना है कि मानव ज्ञान की सीमाएं हैं. शुभांशु का 16 साल की उम्र में एनडीए में चयन हुआ था. उनके पिता उत्तर प्रदेश सचिवालय में अधिकारी थे. जबकि मां गृहिणी हैं.
स्कूल की दोस्त से की शादी-
शुभांशु शुक्ला की पत्नी डॉ. कामना मिश्रा डेंटिस्ट हैं. कामना उनकी बचपन की दोस्त हैं. दोनों साथ पढ़े हैं. इस दौरान ही दोनों में नजदीकियां बढ़ी. बाद में दोनों ने घरवालों की सहमति से शादी कर ली. शुभांशु को उनके दोस्त शुक्श कहते हैं. जबकि परिवार के लोग और रिश्तेदार गुंज के नाम से बुलाते हैं.
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