क्या आपने कभी सोचा है कि पुरुष हमेशा महिलाओं से लंबे क्यों होते हैं? इसका जवाब अब वैज्ञानिकों को मिल गया है और ये जवाब सिर्फ खानपान या लाइफस्टाइल में नहीं, बल्कि हमारे डीएनए में छिपा है. हाल ही में हुए एक अध्ययन में पाया गया कि SHOX (Short Stature Homeobox) नामक जीन पुरुषों और महिलाओं में लंबाई के अंतर में अहम भूमिका निभाता है.
यह जीन X और Y दोनों क्रोमोसोम्स पर पाया जाता है, लेकिन पुरुषों में यह दोनों क्रोमोसोम्स पर ज्यादा एक्टिव रहता है, जबकि महिलाओं में एक X क्रोमोसोम्स निष्क्रिय रहता है. इससे पुरुषों में SHOX जीन की अधिक सक्रियता होती है, जो उनकी लंबाई में वृद्धि का कारण बनती है.
किस काम आता है SHOX जीन
SHOX जीन हड्डियों के विकास और लंबाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. यह जीन X और Y क्रोमोसोम्स के pseudoautosomal क्षेत्र (PAR1) में स्थित होता है, जो X क्रोमोसोम्स की निष्क्रियता से बचता है. इसका मतलब है कि पुरुषों में यह जीन दोनों क्रोमोसोम्स पर सक्रिय रहता है, जबकि महिलाओं में एक X क्रोमोसोम्स निष्क्रिय रहता है, जिससे SHOX जीन की सक्रियता कम हो जाती है. इस अंतर के कारण पुरुषों की लंबाई महिलाओं की तुलना में औसतन लगभग 3.1 सेंटीमीटर (1.2 इंच) ज्यादा होती है.
कैसे की गई रिसर्च
इस रिसर्च में 1,225 व्यक्तियों के जीनोम डेटा का विश्लेषण किया गया. इससे यह स्पष्ट हुआ कि SHOX जीन की सक्रियता में अंतर पुरुषों और महिलाओं की लंबाई में अंतर की सबसे बड़ी वजह है. यह अध्ययन यह भी दर्शाता है कि SHOX जीन की अतिरिक्त सक्रियता पुरुषों में लंबाई में वृद्धि का कारण बनती है, जबकि महिलाओं में इसकी कम सक्रियता लंबाई में कमी का कारण बनती है.
और फैक्टर्स भी होते हैं जिम्मेदार
हर महिला के पास दो X क्रोमोसोम होते हैं (XX), लेकिन उनमें से एक inactive यानी निष्क्रिय रहता है. वहीं, पुरुषों के पास XY क्रोमोसोम होते हैं और Y क्रोमोसोम पर मौजूद SHOX पूरी तरह सक्रिय रहता है. वैज्ञानिकों का यह भी मानना है कि लंबाई में फर्क सिर्फ SHOX जीन से नहीं आता, बल्कि हॉर्मोन (जैसे टेस्टोस्टेरोन) की भी भूमिका होती है. फिर भी यह रिसर्च जीन और हॉर्मोन के फर्क को समझने की दिशा में एक बड़ा कदम है.