Lionel Messi: फैक्ट्री वर्कर का बेटा, बीमारी के चलते रह गए बौने... दिग्गज फुटबॉल प्लेयर लियोनेल मेसी की कहानी

फुटबॉल के लीजेंड लियोनेल मेसी ग्रोथ हार्मोन की कमी के शिकार थे. जिसकी वजह से उनका कद छोटा रह गया. लेकिन मेसी ने हिम्मत नहीं हारी. उन्होंने सपने को जीने के लिए जीतोड़ मेहनत की और खुद को दुनिया का सबसे बेहतरीन फुटबॉलर्स की लिस्ट में शामिल कर लिया. मेसी के पिता फैक्ट्री में काम करते थे. जबकि मां घर संभालती थी.

Lionel Messi
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 15 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 4:14 PM IST

फुटबॉल… सिर्फ एक खेल नहीं, करोड़ों जज्बातों की कहानी है. और जब इस खेल का ज़िक्र होता है, तो एक नाम अपने आप ज़ुबान पर आ जाता है, वो है लियोनेल मेसी का. मेस्सी भले ही साधारण परिवार में पैदा हुए, लेकिन उनके सपने असाधारण थे.

फैक्ट्री में काम करते थे पिता-
मेसी का जन्म 24 जून 1987 को अर्जेंटीना के रोसारियो शहर में हुआ था. पिता फैक्ट्री में काम करते थे और मां घर संभालती थीं. बेहद छोटी सी उम्र से मेसी ने फुटबॉल से अपना राब्ता कायम कर लिया. वो फुटबॉल के मैदान में अपने सपनों को उड़ान देना चाहते थे. हालांकि, बचपन से ही कई तरह की चुनौतियों से उनका सामना होने लगा. मेसी छोटे ही थे, तभी पता चला कि वो ग्रोथ हार्मोन की कमी से जूझ रहे हैं. इसका इलाज महंगा था और परिवार की आर्थिक हालत कमजोर थी. लेकिन मेस्सी ने हौसला नहीं खोया और किस्मत ने भी उनका साथ दिया.

6 साल में ज्वाइन किया क्लब-
महज 5 साल की उम्र में उन्होंने लोकल क्लब ग्रैंडोली जॉइन किया, जहां उनके पिता कोच थे. 11 साल की उम्र में मेसी न्यूवेल्स ओल्ड बॉयज क्लब में शामिल हुए. लेकिन उनके कैरियर में असली मोड़ आया 13 साल की उम्र में, जब स्पेन के क्लब बार्सिलोना की निगाह मेसी पर पड़ी.

13 साल में स्पेन पहुंचे-
बार्सिलोना क्लब ने मेस्सी की प्रतिभा को पहचाना . उन्हें न केवल अपने साथ जोड़ा और उनके इलाज का खर्च भी उठाया. इसके साथ ही महज 13 साल की उम्र में मेसी अपने परिवार से दूर, नए देश में, नए सपने लेकर पहुंचे. स्पेन की ला मासिया एकेडमी में शामिल होकर उन्होंने दिन-रात मेहनत की और अपनी काबिलियत साबित कर डाली. साल 2004 में उन्होंने स्पेन के क्लब बार्सिलोना में कामयाबी का सफर शुरु किया और धीरे-धीरे टीम के सबसे भरोसेमंद खिलाड़ी बन गए.

17 साल में बार्सिलोना की टीम में डेब्यू-
2004 में 17 साल की उम्र में मेसी ने बार्सिलोना की सीनियर टीम के लिए डेब्यू किया. 2005 में उन्होंने अपना पहला गोल दागा.यहां से उनका कैरियर रॉकेट की तरह ऊपर चढ़ा. पेप गार्डियोला की कोचिंग में मेसी ने बार्सिलोना को परवान चढ़ा दिया. 2009 में उन्होंने अपना पहला बैलन डी'ओर जीता, अब तक फुटबॉल के इतिहास में सबसे ज्यादा बैलन डी'ओर उनके नाम हैं.

रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड बनाते गए मेसी-
गोल पर गोल, रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड कायम करते हुए मेसी ने दुनिया को दिखा दिया कि फुटबॉल सिर्फ ताकत का खेल नहीं, बल्कि दिमाग और तकनीक का भी खेल है. मेसी ने अपने फुटबॉल करियर में बेहद शानदार मुकाम हासिल किए और दुनिया में अपना डंका बजा दिया. मेसी की कामयाबियों की फेहरिस्त में शामिल हैं. एक क्लब के लिए सबसे ज़्यादा गोल, लगातार गोल्डन बॉल अवॉर्ड्स, चैंपियंस लीग, ला लीगा, कोपा डेल रे हर मंच पर शानदार प्रदर्शन, जिसकी बदौलत मेसी एक चलते-फिरते रिकॉर्ड बुक में तब्दील हो गए .

अर्जेंटीना के लिए 117 गोल किए-
बार्सिलोना के साथ मेसी का सफर काफी लंबा और शानदार रहा है. इस क्लब के साथ 17 वर्षों में उन्होंने 10 ला लीगा खिताब, 4 चैंपियंस लीग और 7 कोपा डेल रे ट्रॉफी जीती. साल 2012 में उन्होंने एक कैलेंडर ईयर में 91 गोल दागे, जो एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है. ला लीगा में मेसी ने सबसे ज्यादा 474 गोल्स किए. चैंपियंस लीग में भी सबसे ज्यादा 120 गोल्स एक क्लब के लिए मेसी ने किये. मेसी ने अर्जेंटीना के लिए 117 गोल किए हैं, जो इंटरनेशनल फुटबॉल में सबसे ज्यादा हैं.

अर्जेंटीना को वर्ल्ड चैंपियन बनाया-
हालांकि, जिस तरह महान कहानी में एक मोड़ दर्द का भी होता है. वह मेसी के साथ भी देखने को मिला. क्लब स्तर पर सब कुछ जीतने वाले मेस्सी अपने देश को कई बार फाइनल में नहीं जिता सके. साल 2005 में अर्जेंटीना के लिए डेब्यू के बाद मेसी कई फाइनल्स हारे. 2014 के वर्ल्ड कप फाइनल में भी हार से मेसी को मायूसी का सामना करना पड़ा. लेकिन 2021 में कोपा अमेरिका जीतकर उन्होंने ट्रॉफी का सूखा खत्म किया और 2022 वर्ल्ड कप में अर्जेंटीना को चैंपियन बना डाला.

इस तरह, आखिरकार वो पल आ ही गया, जब मेसी ने अर्जेंटीना को बड़ा खिताब दिला दिया और विश्व कप जीतने का फुटबॉल का सबसे बड़ा सपना भी साकार कर लिया. फ़ीफा विश्व कप 2022 में मेसी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल्डन बॉल पुरस्कार अपने नाम किया. उनके इस प्रदर्शन ने अर्जेंटीना को 36 साल बाद पहली बार फ़ीफा विश्व कप जीतने में मदद की. इस जीत के साथ ही मेसी सिर्फ महान खिलाड़ियों में शुमार नहीं रहे… बल्कि वो एक लीजेंड बन गए.

फुटबॉल करियर में 1300 से ज्यादा गोल किए-
2021 में बार्सिलोना छोड़कर मेसी पीएसजी गए, जहां उन्होंने 2 लीग 1 टाइटल्स जीते. PSG के लिए उन्होंने कुल 66 गोल और असिस्ट दिए, 2023 में उन्होंने इंटर मियामी जॉइन किया, जहां उन्होंने लीग्स कप जीता. जबकि मियामी के लिए उन्होंने अब तक 117 गोल में योगदान दिया है. मेसी ने 2025 में MLS कप अपने नाम किया. मेसी ने अपने पूरे फुटबॉल करियर में 1300 से ज्यादा गोल्स किए हैं.
अर्जेंटीना की गलियों से निकले मेसी ने अपनी मेहनत से दुनिया में फुटबॉल के सबसे बड़े मंच पर बादशाहत कायम कर ली और यह साबित कर दिया कि हालात चाहे जैसे हों, मगर दिल में जज्बा हो, तो इतिहास रचा जा सकता है.

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