मोबाइल फोन को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है. फोन आपके पल-पल की जानकारी इकट्ठा कर रहा है. आपका फ़ोन सिर्फ आपकी लोकेशन ट्रैक नहीं कर रहा, बल्कि ये भी पता करा रहा है कि आप अकेले हैं या किसी के साथ, आप जिस बिल्डिंग में हैं, वहाँ कमरा कहाँ है? लिफ्ट कहाँ है? IIT दिल्ली की एक स्टडी में एंड्रॉयड फोन को लेकर चौंकाने वाले ख़ुलासे सामने आए हैं.
IIT दिल्ली की स्टडी में खुलासा-
IIT दिल्ली के प्रोफेसर Smruti Ranjan Sarang ने अपने एमटेक के स्टूडेंट्स के साथ मिलकर एंड्रॉयड फोन को लेकर एक स्टडी की. इस स्टडी में मोबाइल के जीपीएस को लेकर बड़े ख़ुलासे किए गए हैं. प्रोफेसर सारंग कहते हैं कि हम अक्सर किसी भी ऐप को डाउनलोड करते समय उसे अपनी लोकेशन ट्रैक करने की भी परमिशन दे देते हैं, जो की बेहद ख़तरनाक है. इसके ज़रिए ऐप आपकी एक्टिविटी को ट्रैक कर सकता है.
उन्होंने बताया कि जैसे एक स्टूडेंट रनिंग करने गया, रनिंग करने के बाद उसने जैसे ही अपना फ़ोन खोला, उसे प्रोटीन शेक के ऐड आने लगे, जबकि उस स्टूडेंट ने पहले कभी भी किसी प्रोटीन शेक के बारे में सर्च इंजन पर सर्च नहीं किया था, ऐसे तमाम उदाहरण हैं.
ये आम आदमी के लिए भी खतरनाक है- प्रोफेसर
प्रोफेसर कहते हैं कि ये देश के VIP और VVIP की सुरक्षा के लिए तो खतरा हैं ही, आम आदमी को इसके ज़रिए ब्लैकमेल करना भी आसान हो जाता है.
बचाव का तरीका-
प्रोफ़ेसर सारंग कहते हैं कि इससे बचने का सबसे आसान तरीका है कि आप किसी ऐप को लोकेशन ट्रैक करने की परमिशन ही न दें. और अगर परमिशन देनी ही पड़े तो उसे सिर्फ ऐप को इस्तेमाल करते वक़्त ही लोकेशन ट्रैक करने की परमिशन दें.
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