OpenAI ने हाल ही में कुछ ChatGPT अकाउंट्स को स्थायी रूप से बंद कर दिया है. कंपनी का कहना है कि ये अकाउंट्स एआई का इस्तेमाल ऐसे टूल्स बनाने में कर रहे थे, जिनका उद्देश्य सोशल मीडिया पर बड़े पैमाने पर निगरानी करना था.
'सोशल मीडिया प्रोब' पर रोक
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, एक सरकारी क्लाइंट के लिए तैयार किया जा रहा टूल "सोशल मीडिया प्रोब" कहलाता था. यह एक्स, फेसबुक, इंस्टाग्राम, रेडिट, टिकटॉक और यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म्स पर राजनीतिक, धार्मिक, नस्लीय और चरमपंथी भाषण की निगरानी करने के लिए डिजाइन किया गया था. OpenAI ने इसे गलत और खतरनाक उपयोग मानते हुए तुरंत उस अकाउंट को बैन कर दिया.
मानवाधिकारों से जुड़ा मामला
कंपनी ने एक और अकाउंट को भी ब्लॉक किया, जो किसी सरकारी संस्था से जुड़ा था. यह अकाउंट "हाई-रिस्क उइगर-रिलेटेड इनफ्लो वॉर्निंग मॉडल" नाम का ड्राफ्ट बना रहा था. इसमें पुलिस रिकॉर्ड और ट्रांसपोर्ट बुकिंग्स की तुलना करके उइगर समुदाय की गतिविधियों की निगरानी की योजना शामिल थी. OpenAI ने इसे मानवाधिकारों के खिलाफ बताते हुए कार्रवाई की.
चीन और रूस के यूजर्स पर गाज
हालांकि चीन में आधिकारिक तौर पर OpenAI की सेवाएं उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन वहां कई यूजर्स VPN के जरिए ChatGPT तक पहुंच रहे थे. कंपनी का कहना है कि चीन में एआई का उपयोग निगरानी को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा है. वहीं, रूस में कुछ हैकर्स ChatGPT का इस्तेमाल मैलवेयर डेवलपमेंट के लिए कर रहे थे. इन पर भी बैन लगा दिया गया.
स्कैम पकड़ने में मददगार साबित हो रहा ChatGPT
OpenAI ने यह भी साफ किया कि ChatGPT का इस्तेमाल स्कैम करने से ज्यादा स्कैम की पहचान करने के लिए हो रहा है. आंकड़ों के अनुसार, ChatGPT तीन गुना ज्यादा बार फ्रॉड और धोखाधड़ी को पहचानने के काम में उपयोग हो रहा है.
एआई का सकारात्मक उपयोग जरूरी
OpenAI का मानना है कि तकनीक के अच्छे और बुरे दोनों पहलू होते हैं. लेकिन एआई का इस्तेमाल सकारात्मक दिशा में होना चाहिए. अगर आप एआई के क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहते हैं, तो इसकी बुनियादी समझ होना जरूरी है. इसके लिए NBT Upskill AI की करियर ग्रोथ वर्कशॉप जैसे प्लेटफॉर्म उपयोगी साबित हो सकते हैं.