लंदन स्थित डिजिटल फाइनेंस कंपनी Revolut ने बुधवार को घोषणा की कि वह भारत में अपना पेमेंट प्लेटफॉर्म लॉन्च करने जा रही है. यह कदम दुनिया के सबसे बड़े डिजिटल पेमेंट मार्केट्स में से एक में कंपनी की एंट्री को दर्शाता है.
ग्लोबल एक्सपेंशन स्ट्रेटेजी
Revolut पहले से ही यूके, स्विट्ज़रलैंड, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, जापान, सिंगापुर, अमेरिका और ब्राज़ील समेत कई देशों में सेवाएं दे रही है. अब भारत कंपनी की ग्लोबल विस्तार योजना का अहम हिस्सा बनने जा रहा है.
3.5 लाख वेटलिस्टेड कस्टमर्स को पहले मिलेगा एक्सेस
Reuters की रिपोर्ट के अनुसार, Revolut इस साल के अंत तक भारत में अपनी सेवाएं सबसे पहले लगभग 3.5 लाख वेटलिस्टेड कस्टमर्स को उपलब्ध कराएगी. इसके बाद प्लेटफॉर्म अन्य यूज़र्स के लिए खोला जाएगा.
UPI और Visa से होगी पेमेंट्स आसान
Revolut भारतीय ग्राहकों को डोमेस्टिक और इंटरनेशनल दोनों तरह के पेमेंट्स की सुविधा देगा. इसके लिए कंपनी ने UPI और Visa से पार्टनरशिप की है.
प्रीपेड कार्ड और डिजिटल वॉलेट
Revolut इंडिया की सीईओ परोमा चटर्जी ने बताया कि भारतीय यूज़र्स को प्रीपेड कार्ड और डिजिटल वॉलेट की सुविधा दी जाएगी. कंपनी ने इस साल की शुरुआत में भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) से प्रिपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट लाइसेंस हासिल किया है. इसके अलावा Revolut को फॉरेक्स सेवाएं देने का भी लाइसेंस मिला हुआ है.
2030 तक 2 करोड़ ग्राहक जोड़ने का लक्ष्य
Revolut भारत को अपनी ग्रोथ स्ट्रेटेजी का मुख्य केंद्र मान रहा है. कंपनी ने लक्ष्य रखा है कि वह 2030 तक 2 करोड़ ग्राहक बनाएगी. इसके लिए उसका खास फोकस "आकांक्षी युवाओं" पर है.
डेटा लोकलाइजेशन पर 40 मिलियन पाउंड का निवेश
भारत के डेटा संप्रभुता नियमों को पूरा करने के लिए Revolut ने अपनी टेक्नोलॉजी को लोकलाइज करने में 40 मिलियन पाउंड (करीब 537 करोड़ रुपये) का निवेश किया है. खास बात यह है कि कंपनी ने अभी तक ऐसा निवेश सिर्फ भारत में किया है.
Revolut ने पिछले महीने ही कहा था कि वह अमेरिका में बैंक खरीदने और यूके में क्रेडिट कार्ड लॉन्च करने पर भी विचार कर रही है. भारत में लॉन्च कंपनी के लिए एशियाई बाजारों में मजबूती से कदम रखने की दिशा में अहम पड़ाव है.