Junio App: जूनियो मदद करेगा बिना बैंक यूपीआई पेमेंट्स में, खास बच्चों के लिए तैयार.. जानें कैसे करेगा काम

इस ऐप के जरिए बच्चे अब बिना बैंक खाता लिए भी ऑनलाइन पेमेंट कर पाएंगे. इसके लिए माता-पिता का बैंक अकाउंट उस एप के क्यूआर कोड से लिंक होगा. साथ ही इससे ट्रांजैक्शन का ट्रैक रखा जा सकेंगा.

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gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 10 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 9:16 AM IST

अंदाजा लगाइए कि आपका बच्चा अपनी जेब खर्च से स्कूल की कैंटीन में या किसी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर खुद पेमेंट कर रहा है, वो भी बिना बैंक अकाउंट के. सुनने में नामुमकिन जैसा लगता है, लेकिन अब यह हकीकत बन चुका है. भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने Junio Payments Pvt. Ltd. को डिजिटल वॉलेट सेवा की मंजूरी दे दी है, जिसके बाद अब बच्चे भी UPI QR कोड स्कैन कर पेमेंट कर सकेंगे. भारत पहले ही डिजिटल ट्रांजेक्शन के क्षेत्र में दुनिया में अग्रणी बन चुका है. अब आरबीआई की इस नई पहल के तहत बैंक अकाउंट के बिना भी ऑनलाइन पेमेंट संभव होगा. Junio वॉलेट इस दिशा में पहला ऐसा कदम है जो बच्चों को भी डिजिटल अर्थव्यवस्था का हिस्सा बनने की सुविधा देता है.

कैसे काम करेगा Junio वॉलेट?
इस वॉलेट में माता-पिता अपने UPI अकाउंट को बच्चों के Junio वॉलेट से लिंक कर सकेंगे. जिसके बाद बच्चे किसी भी दुकान या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर QR कोड स्कैन कर पेमेंट कर पाएंगे. यहां तक माता-पिता खर्च की सीमा तय कर सकते हैं ताकि जरूरत से ज्यादा खर्च न हो. साथ ही हर ट्रांजेक्शन का रिकॉर्ड ऐप में सुरक्षित रहेगा, जिससे पैरेंट्स निगरानी रख सकें. इस तरह, सुरक्षा और नियंत्रण दोनों ही माता-पिता के हाथ में रहेंगे.

बच्चों को सिखाएगा जिम्मेदार खर्च
Junio Payments का उद्देश्य सिर्फ सुविधा देना नहीं, बल्कि फाइनेंशियल लिटरेसी यानी वित्तीय समझ विकसित करना है. संस्थापक अंकित गेरा और शंकर नाथ का कहना है कि इस ऐप के जरिए बच्चे सीखेंगे कि पैसे को कैसे खर्च करना है, कैसे बचाना है और कैसे जिम्मेदारी से उपयोग करना है.

ऐप में मौजूद हैं कई अनोखे फीचर
टास्क रिवॉर्ड फीचर से बच्चे टास्क पूरे कर इनाम पा सकते हैं. तो वहीं सेविंग गोल्स फीचर से बचत के लक्ष्य तय कर सकते हैं. अब तक 20 लाख से ज्यादा यूज़र्स इस ऐप का इस्तेमाल कर चुके हैं, जो इसकी लोकप्रियता और भरोसे को दर्शाता है. यह कदम न केवल पेमेंट प्रक्रिया को सरल बनाता है, बल्कि बच्चों को आर्थिक अनुशासन और समझ सिखाने का एक व्यावहारिक तरीका भी है. बिना बैंक अकाउंट के भी बच्चे अब सीख पाएंगे कि कैसे बजट बनाना है, कैसे सेविंग करनी है, और कैसे जिम्मेदारी से खर्च करना है.

आने वाले समय में होंगे और भी अपग्रेड
Junio Payments और NPCI (नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया) आगे चलकर इस वॉलेट में और फीचर्स जोड़ सकते हैं. जैसे ऑनलाइन सेविंग प्लान्स, डिजिटल विदड्रॉल ऑप्शन और फाइनेंशियल ट्रेनिंग मॉड्यूल. यह बदलाव न केवल बच्चों को स्मार्ट बनाएगा, बल्कि माता-पिता को भी सुरक्षित और पारदर्शी डिजिटल निगरानी का साधन देगा.

 

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